Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2024 · 1 min read

*क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग (कुंडलिया)*

क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग (कुंडलिया)
_________________________
क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग
एक अकेली गाय से, चलते सब उद्योग
चलते सब उद्योग, पूज्य पर्वत गोवर्धन
गोबर-खेती-गॉंव, रखो इससे अपनापन
कहते रवि कविराय, कष्ट अभिमानी देगा
जहॉं कृष्ण-गोपाल, असत् फिर क्या कर लेगा

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

69 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

शिक्षा
शिक्षा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
- मोहब्बत की मिसाले -
- मोहब्बत की मिसाले -
bharat gehlot
मां की अभिलाषा
मां की अभिलाषा
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
*हनुमान के राम*
*हनुमान के राम*
Kavita Chouhan
धिक्कार
धिक्कार
Dr. Mulla Adam Ali
शुभ दिवाली
शुभ दिवाली
umesh mehra
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
Rekha khichi
3570.💐 *पूर्णिका* 💐
3570.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एहसास - ए - दोस्ती
एहसास - ए - दोस्ती
Shyam Sundar Subramanian
विदाई
विदाई
Aman Sinha
वेरियर एल्विन
वेरियर एल्विन
Dr. Kishan tandon kranti
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विज्ञानमय हो तन बदन
विज्ञानमय हो तन बदन
Anil Kumar Mishra
मा ममता का सागर
मा ममता का सागर
भरत कुमार सोलंकी
"पुरे दिन का सफर कर ,रवि चला अपने घर ,
Neeraj kumar Soni
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
रविवार की छुट्टी
रविवार की छुट्टी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बिहार की सियासी उठापटक: बढ़ता जन असंतोष और प्रदर्शन, क्या बदलेंगे हालात?
बिहार की सियासी उठापटक: बढ़ता जन असंतोष और प्रदर्शन, क्या बदलेंगे हालात?
Shakil Alam
"जीवन का सच्चा सुख"
Ajit Kumar "Karn"
*रामपुर में सर्वप्रथम गणतंत्र दिवस समारोह के प्रत्यक्षदर्शी श्री रामनाथ टंडन*
*रामपुर में सर्वप्रथम गणतंत्र दिवस समारोह के प्रत्यक्षदर्शी श्री रामनाथ टंडन*
Ravi Prakash
क़ुदरत : एक सीख
क़ुदरत : एक सीख
Ahtesham Ahmad
आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ
आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ
Indu Nandal
जिसको तेल लगाना आए
जिसको तेल लगाना आए
Manoj Shrivastava
बिन बोले ही  प्यार में,
बिन बोले ही प्यार में,
sushil sarna
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
*सेब का बंटवारा*
*सेब का बंटवारा*
Dushyant Kumar
करते नेता ढोंग
करते नेता ढोंग
आकाश महेशपुरी
हरी भरी थी जो शाखें दरख्त की
हरी भरी थी जो शाखें दरख्त की
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
I would never force anyone to choose me
I would never force anyone to choose me
पूर्वार्थ
Loading...