Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 2 min read

कुम्भकर्ण वध

सो रहा दानव विशाल
जगा उसको रहे सब अकाल
सेना का हाल होता बेहाल
उठाना था उसको तत्काल
आदेश दिया था लंकापति ने
उसको डरा दिया था रघुपति ने
हट तब भी न छोड़ना चाहता था
प्रलय से मुख न मोड़ना चाहता था
‘उठ जा भाई अब तुझसे आस
और कोई नहीं मेरे आस-पास
तू अकेला सब पे भारी है
तुझसे ये दुनिया हारी है
ये लंकेश तुझे पुकारे है
तेरा भाई तुझे गुहार है’
उठा कुम्भकर्ण सुन ये वचन
किया भ्राता को नमन
रावण ने आप-बीती सुनाई
उसको सुनके बोला भाई
‘भैया तुम तो हो बड़े ज्ञानी
फिर क्यों करते ये नादानी?!
श्रीराम को कुपित क्यों करते हो
क्यों मृत्यु का मन धरते हो
सिता माँ को लौटा दो भाई
इसमें ही है हम सबकी भलाई
वरना अंत हमारा निश्चित है
पराजय तुम्हारी सुनिश्चित है!’
‘कुम्भकर्ण तुम मेरे भाई
मत करो उस सन्यासी की बढ़ाई!
रणभूमि में युद्ध करो
अपने सामर्थ्य को सिद्ध करो
जाके मारो वह सन्यासी
रक्त से तर करो धरा प्यासी’
‘ये सच है की मैं चिंतित हूँ
पर आपके लिए सदैव समर्पित हूँ
अवश्य लडूंगा रण में मैं
लंका हेतु उपस्थित हर क्षण में मैं!
आज्ञा दे भैया जाता हूँ!
अपना कर्त्तव्य निभाता हूँ!
या तो राम को धूल चटाउँगा
या उनके हाथो से तर जाऊंगा!’
कुम्भकर्ण रण में आया
आते ही प्रलय मचाया
वानर सेना लाचार हुई
तभी रघुनन्दन की जयकार हुई
श्रीराम लड़ने को आये थे
कोदंड साथ में लाये थे
कोदंड से निकलता जो बाण था
करता लक्ष्य को संधान था
जब राम तीर चलते है
सब लक्ष्य समक्ष भिद जाते है
अचूक वार रघुनन्दन का
होता विषय अभिनन्दन का
कुम्भकर्ण खड़ा अचल था
भाई प्रति प्रेम उसका निश्छल था
उसने राघव को ललकारा
राम ने चुनौती को स्वीकारा
श्रीराम ने तीरो से वार किया
दानव के हाथो को बेकार किया
दो और तीर संधान हुए
दानव के पैर भी बेजान हुए
फिर राघव ने अंतिम तीर चलाया
कुम्भकर्ण का शीश धरा पे आया
ऐसे कुम्भकर्ण संघार किये श्रीराम
प्रभु के हाथो पहुंचा वैकुण्ठ धाम

Language: Hindi
65 Views

You may also like these posts

मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
बन्ना तैं झूलण द्यो झूला, मनैं सावण मं
बन्ना तैं झूलण द्यो झूला, मनैं सावण मं
gurudeenverma198
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
अहंकार
अहंकार
Bindesh kumar jha
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
"गम की शाम"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारी गली से आने जाने लगे हैं
तुम्हारी गली से आने जाने लगे हैं
Shreedhar
दोहा
दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Hubet là một trong những nhà cái trực tuyến hàng đầu hiện na
Hubet là một trong những nhà cái trực tuyến hàng đầu hiện na
Hubet
Go88
Go88
Go88 - Địa Chỉ Tin Cậy Cho Các Tín Đồ Casino Tại Châu Á
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तो जानें...
तो जानें...
Meera Thakur
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
मौत तो एक दिन आनी ही है।
मौत तो एक दिन आनी ही है।
Rj Anand Prajapati
जीवन का सफर
जीवन का सफर
Sunil Maheshwari
भज ले भजन
भज ले भजन
Ghanshyam Poddar
छोड़ इहां के आश रे मनवा
छोड़ इहां के आश रे मनवा
Shekhar Chandra Mitra
..
..
*प्रणय*
इल्जाम
इल्जाम
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सौदा
सौदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
संस्कार
संस्कार
Dr.Pratibha Prakash
मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग...
मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग...
Ritesh Deo
मुस्कराना
मुस्कराना
Neeraj Agarwal
मेरी एक जड़ काटकर मुझे उखाड़ नही पाओगे
मेरी एक जड़ काटकर मुझे उखाड़ नही पाओगे
Harinarayan Tanha
आज दिवाकर शान से,
आज दिवाकर शान से,
sushil sarna
अपमान
अपमान
seema sharma
तुम और प्रेम
तुम और प्रेम
पूर्वार्थ
बहुत दिनन के बाद
बहुत दिनन के बाद
अवध किशोर 'अवधू'
Loading...