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3 Oct 2024 · 1 min read

छोड़ इहां के आश रे मनवा

छोड़ इहां के
आश रे मनवा
छोड़ इहां के आश..
(१)
इहां कबो ना
पूरा होई
प्यार के तोर
तलाश रे मनवा
प्यार के तोर तलाश…
(२)
मृग-तृष्णा में
जेतने भगबे
ओतने बढ़ी
ई प्यास रे मनवा
ओतने बढ़ी ई प्यास…
(३)
तोरा भगिया में
लिखल बा
अब इहे
वनवास रे मनवा
बस इहे वनवास…
(४)
फेर छाई
रितु पतझर के
चार दिन
मधुमास रे मनवा
चार दिन मधुमास…
(५)
तिल-तिल जलबे
विरह-अगिन में
जबले बाकी रही
सांस रे मनवा
जबले बाकी रही सांस…
(६)
आंख मूंद के
देख ले भीतर
मिल जाई
परकाश रे मनवा
मिल जाई परकाश…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#Nirgun #निगाहें #एक_नजर
#नौजवान #love #महबूबा #प्रेम
#mydreamoflove #ड्रीमगर्ल
#निर्गुण #आशा #इच्छा #भटकन
#मृगतृष्णा #मृगमरीचिका #तलाश

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
106 Views
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