Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2024 · 1 min read

इबादत आपकी

परमूल्यांकन की न हो
किसी से कभी अपेक्षा ।
स्वयं को पहचानने की हो
जो दृष्टि आपकी ।।

रिक्त न हो मन जब
तेरा विषयों से ।
कैसी पूजा फिर कैसी
इबादत आपकी ॥

सम्बन्धों में कभी न हो
कलह, कलुषता ।
कर्तव्यों के प्रति हो जो
निष्ठा आपकी ।।

जीवन यात्रा में सन्तुष्टि
संभव हो फिर ।
सबकी प्रसन्नता में हो
जो प्रसन्नता आपकी ।।

परनिंदा कभी किसी की
कर न पाओ।
अपने दोषों पर भी हो
जो दृष्टि आपकी ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
5 Likes · 191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

प्रिय गुंजन,
प्रिय गुंजन,
पूर्वार्थ
कदम जब बढ़ रहे
कदम जब बढ़ रहे
surenderpal vaidya
" जल "
Dr. Kishan tandon kranti
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
ये क्या किया जो दिल को खिलौना बना दिया
Dr Archana Gupta
हमारे दुश्मन सारे
हमारे दुश्मन सारे
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
बेकरार
बेकरार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कल की तलाश में आज निकल गया
कल की तलाश में आज निकल गया
नूरफातिमा खातून नूरी
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
हटा लो नजरे तुम
हटा लो नजरे तुम
शेखर सिंह
हर जमीं का आसमां होता है।
हर जमीं का आसमां होता है।
Taj Mohammad
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
फूल चुन रही है
फूल चुन रही है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सुनो जब कोई भूल जाए सारी अच्छाइयों. तो फिर उसके साथ क्या किय
सुनो जब कोई भूल जाए सारी अच्छाइयों. तो फिर उसके साथ क्या किय
shabina. Naaz
🙅दूसरा-पहलू🙅
🙅दूसरा-पहलू🙅
*प्रणय प्रभात*
रातें जाग कर गुजरती हैं मेरी,
रातें जाग कर गुजरती हैं मेरी,
श्याम सांवरा
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
Shreedhar
माँ
माँ
अनिल मिश्र
इतना कभी ना खींचिए कि
इतना कभी ना खींचिए कि
Paras Nath Jha
*Maturation*
*Maturation*
Poonam Matia
*डांडी यात्रा* 12मार्च 1930
*डांडी यात्रा* 12मार्च 1930
Rajkumar Sharma
वन्दे मातरम
वन्दे मातरम
Swami Ganganiya
ख़ाली मन
ख़ाली मन
Kirtika Namdev
4354.*पूर्णिका*
4354.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वफादारी ज़्यादा समझदारों के बस की बात नही
वफादारी ज़्यादा समझदारों के बस की बात नही
jyoti jwala
पुराने घर की दरारें
पुराने घर की दरारें
Chitra Bisht
तुम्ही  से दिल की धड़कने सांसे ही तुम्ही से
तुम्ही से दिल की धड़कने सांसे ही तुम्ही से
कृष्णकांत गुर्जर
*इंसानियत का कत्ल*
*इंसानियत का कत्ल*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
माँ का प्यार है अनमोल
माँ का प्यार है अनमोल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हमारा देश
हमारा देश
SHAMA PARVEEN
बात कोई ऐसी भी कह दो ।
बात कोई ऐसी भी कह दो ।
दीपक बवेजा सरल
Loading...