Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2024 · 1 min read

करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में

करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में ।
तो पहले हमसे रिश्ता तुम नहीं करते।।
नहीं खेलते यदि तुम मेरे दिल से।
तो हम शिकायत तुमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ——————–।।

देखी नहीं क्यों मुफलिसी मेरी पहले।
मेरे करम और मेरी बस्ती।।
अच्छा नजर क्या आया था मुझमें।
देखी नहीं क्यों पहले मेरी हस्ती।।
सौदा अगर तुम्हें करना था रिश्ते में।
तो तुम मुलाक़ात हमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।

छुपाकर रखी क्यों तुमने दिल की बात।
बताये नहीं क्यों शौक हमको अपने।।
समझा क्यों पहले तुमने हमको साथी।
बताये नहीं क्यों सपनें हमको अपने ।।
बता देते यदि पहले हमें राज़ दिल का।
तो हम गुजारिश तुमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।

हम इस महफ़िल में लोगों से कहे क्या।
तारीफ़ करें या कहें बेवफा तुमको।।
पिला दिया तुमने तो हमें विष का प्याला।
करें पेश तोहफा, यहाँ क्या तुमको।।
करते नहीं यदि खून मेरे दिल का।
तो हम बुराई तेरी यहाँ नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला – बारां (राजस्थान )

Language: Hindi
Tag: गीत
247 Views

You may also like these posts

अपने आप से एक ही बात कहनी है
अपने आप से एक ही बात कहनी है
Rekha khichi
Imagine you're busy with your study and work but someone wai
Imagine you're busy with your study and work but someone wai
पूर्वार्थ
भूल जाऊं तुझे भूल पता नहीं
भूल जाऊं तुझे भूल पता नहीं
VINOD CHAUHAN
Hidden Spring
Hidden Spring
Meenakshi Madhur
ये जिंदगी
ये जिंदगी
Sumangal Singh Sikarwar
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुम्हारी असफलता पर
तुम्हारी असफलता पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया
तुम क्या जानो किस दौर से गुज़र रहा हूँ - डी. के. निवातिया
डी. के. निवातिया
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
अच्छा समय कभी आता नहीं
अच्छा समय कभी आता नहीं
Meera Thakur
अभिमानी  इस जीव की,
अभिमानी इस जीव की,
sushil sarna
सैनिक
सैनिक
Dr.Pratibha Prakash
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
काश
काश
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दीवारों की चुप्पी में
दीवारों की चुप्पी में
Sangeeta Beniwal
***
*** " अलविदा कह गया कोई........!!! " ***
VEDANTA PATEL
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
🪁पतंग🪁
🪁पतंग🪁
Dr. Vaishali Verma
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
surenderpal vaidya
मैं  रहूँ  या  ना रहूँ
मैं रहूँ या ना रहूँ
DrLakshman Jha Parimal
- शेर -
- शेर -
bharat gehlot
आवाज मन की
आवाज मन की
Pratibha Pandey
जीना चाहती हूं जिंदगी को अपने ही ढंग से
जीना चाहती हूं जिंदगी को अपने ही ढंग से
Mamta Rani
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
आर.एस. 'प्रीतम'
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
तुझे देंगे धरती मां बलिदान अपना
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
"हुस्न की कील"
Dr. Kishan tandon kranti
पर्यावरण
पर्यावरण
Rambali Mishra
दोहा
दोहा
Neelofar Khan
2805. *पूर्णिका*
2805. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
******* प्रेम और दोस्ती *******
******* प्रेम और दोस्ती *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...