मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
"यहाँ चंद लोगों के लिए लिख रहा हूँ मैं ll
कृष्ण मारे तो बचाए कौन? कृष्ण बचाए तो मारे कौन?
"विकसित भारत" देखना हो, तो 2047 तक डटे रहो बस। काल के कपाल प
-मोहब्बत का रंग लगाए जाओ -
एक अधूरी सी दास्तान मिलेगी, जिसकी अनकही में तुम खो जाओगे।
*मिठाई को भी विष समझो, अगर अपमान से आई (मुक्तक)*
दुनिया के चकाचौंध में मत पड़ो
क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कितना आसान है मां कहलाना,