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21 Nov 2023 · 1 min read

“अगर”

“अगर”
फितरत में खामोशी थी
तभी तो घर आबाद है,
उजड़ जाता आशियाना
मुँह में अगर जुबान होती।

12 Likes · 7 Comments · 229 Views
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