Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2023 · 1 min read

अगले बरस जल्दी आना

अगले बरस जल्दी आना…

दिन ये कितने पावन से थे
पल वो सारे मनभावन थे
मंगलमय घड़ियाँ फिर लाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

सजी पूजा आरती थाली
मुखड़े पर उज्जवल सी लाली
ऋद्धि सिद्धि तुम संग ही लाना
अगले बरस तुम जल्दी आना

बीते दिन ये हँसते गाते
बरबस यूँ ही छवि निहारते
रूप अनुपम सा फिर दिखलाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

विनायक,गजानन,गणेश तुम ही
सृष्टि के पालनकर्ता तुम ही
धीमे कदमों से शुभता लाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

आँख आज यूँ ही भर आई
भीगे नयन करते विदाई
बप्पा मोरिया कहते जाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

घर,द्वारे,गलियारे सजे
सदन सारे देवालय बने
मनोरम दृश्य फिर दिखलाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

गणेश प्यारे सबके दुलारे
लड्डू,मूषक ही संग तुम्हारे
सुंदर सा मुखड़ा दिखला जाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

जन जन का ही अब शत्रु बना
नफरत,घृणा से हॄदय भरा
सद्बुद्धि सबको यूँ दे जाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

है जग में सर्वत्र विष भरा
अधर्म,झूठ,ईर्ष्या,पाप धरा
अन्याय,तमस तो मिटा जाना
अगले बरस तुम जल्दी आना।

✍️”कविता चौहान”
स्वरचित एवं मौलिक

1 Like · 311 Views

You may also like these posts

तेरे प्यार के राहों के पथ में
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
3821.💐 *पूर्णिका* 💐
3821.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहा पंचक. . . . .  उल्फत
दोहा पंचक. . . . . उल्फत
sushil sarna
बाण माताजी के दोहे
बाण माताजी के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तुम्हारी हाँ है या ना ?
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
Enchanting Bond
Enchanting Bond
Vedha Singh
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
नेताम आर सी
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
MEENU SHARMA
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
खुदा याद आया ...
खुदा याद आया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
कल जब होंगे दूर होकर विदा
कल जब होंगे दूर होकर विदा
gurudeenverma198
Jeevan Ka saar
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
क्या बुरा है जिन्दगी में,चल तो रही हैं ।
क्या बुरा है जिन्दगी में,चल तो रही हैं ।
Ashwini sharma
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
"चारों तरफ अश्लीलता फैली हुई है ll
पूर्वार्थ
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रकृति संरक्षण (मनहरण घनाक्षरी)
प्रकृति संरक्षण (मनहरण घनाक्षरी)
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
दोहा पंचक. . . विविध
दोहा पंचक. . . विविध
Sushil Sarna
मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।
मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।
Ajit Kumar "Karn"
एक  दूजे के जब  हम नहीं हो सके
एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
Dr Archana Gupta
सबके दिल में छाजाओगी तुम
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
बोलती आंखें🙏
बोलती आंखें🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नव वर्ष हमारे आए हैं
नव वर्ष हमारे आए हैं
Er.Navaneet R Shandily
शुभ धनतेरस
शुभ धनतेरस
Sonam Puneet Dubey
अकेले
अकेले
Dr.Pratibha Prakash
सियासत में आकर।
सियासत में आकर।
Taj Mohammad
श्री राम
श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
Dr fauzia Naseem shad
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...