Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

लगजा गले से यार,तुझे प्यार की कसम|||

लगजा गले से यार,तुझे प्यार की कसम|||
शायद बिछड़ के आज,कभी फिर मिलें न हम||

शायद ये रात लौटकर,फिर न आयेगी||
प्यार की ये रितु पलट कर,फिर न आयेगी||
क्या पता फिर साथ अपना,हो न हो सनम||
लगजा गले से यार तुझे प्यार की कसम|||

रोलूं मै फूट-फूट कर,आखिरी तुझे लिपट||
आ मसीहा वक्त कम,जाये न जिंदगी सिमट|||
ढल तो जाए आंसुओ में,आज दिल का गम||
लगजा गले से यार तुझे प्यार की कसम||

जलती है आज प्यार की,शम्मा करीब में||
भरले तू रोशनी सनम,अपने नसीब में||
आजा करीब तोड़ न दें,हसरतें ये दम||
लगजा गले से यार तुझे प्यार की कसम||

1 Like · 1 Comment · 135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

" मौत "
Dr. Kishan tandon kranti
2642.पूर्णिका
2642.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
🤣🤣😂😂😀😀
🤣🤣😂😂😀😀
Dr Archana Gupta
समा गये हो तुम रूह में मेरी
समा गये हो तुम रूह में मेरी
Pramila sultan
हवा चल रही
हवा चल रही
surenderpal vaidya
🙅आज का दोहा🙅
🙅आज का दोहा🙅
*प्रणय*
आज के जमाने में
आज के जमाने में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देख वसीयत बिटिया खड़ी मुसकाय
देख वसीयत बिटिया खड़ी मुसकाय
पं अंजू पांडेय अश्रु
* सिर पर हाथ**
* सिर पर हाथ**
Dr. P.C. Bisen
"नींद नहीं आती है"
राकेश चौरसिया
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
ज़िंदगी तेरी हद
ज़िंदगी तेरी हद
Dr fauzia Naseem shad
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
Shreedhar
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
Rj Anand Prajapati
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
शेखर सिंह
हमसाया
हमसाया
Dr.Archannaa Mishraa
लाजवाब लगते हो।
लाजवाब लगते हो।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कुर्सी मिलते ही हुआ,
कुर्सी मिलते ही हुआ,
sushil sarna
****उज्जवल रवि****
****उज्जवल रवि****
Kavita Chouhan
बचा लो जरा -गजल
बचा लो जरा -गजल
Dr Mukesh 'Aseemit'
आवारा
आवारा
Shekhar Chandra Mitra
काश !!..
काश !!..
ओनिका सेतिया 'अनु '
"नींद की तलाश"
Pushpraj Anant
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
बढ़ता चल
बढ़ता चल
Mahetaru madhukar
तुझसे लगी लगन
तुझसे लगी लगन
Vibha Jain
रोमांटिक होना छिछोरा होना नहीं होता,
रोमांटिक होना छिछोरा होना नहीं होता,
पूर्वार्थ
बिना दूरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते
बिना दूरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते
Adha Deshwal
साथ बैठो कुछ पल को
साथ बैठो कुछ पल को
Chitra Bisht
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
Vinit kumar
Loading...