Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

पुराने दोस्त वापस लौट आते

अगर पुराने दोस्त वापस लौट आते तो
फिर से मैं उन सुनहरे पलों को जी लेती
बचपन की वो मासूमियत फिर से आ जाती
रंगबिरंगी तितलियों को फिर से हम पकड़ते
बारिश के पानी को छत पर रोककर फिर से नहाते
एक दूसरे के टिफिन से खाना चुराते और
फिर उसे इंटरवल में कैंटीन से समोसा खिलाते
एक ही टॉफी में सब मिल बांट कर खा लेते
नीचे कुछ भी गिर जाता धरती मां से पूछ के उठा लेते
कब्बड़ी का मैच और भी मजे से खेलते
जीतने पर खूब खुशी मानते हल्ला करते
टेस्ट में जब एक दूसरे से नंबर ज्यादा आते तो जलन के साथ खुशी भी मानते
क्लास टीचर की फेवरेट स्टूडेंट की होड़ में एक दूसरे से अच्छा करने की कोशिश करते
जब भी मौका मिलता अंताक्षरी में सबको हरा देते
एक्जाम में एक दूसरे की डरते डरते मदद भी करते
गेम्स पीरियड में फिर से बॉलीबॉल खेलते हुल्लड़ मचाते
एजुकेशनल टूर में और भी मस्ती करते एक दूसरे की प्रॉब्लम्स सॉल्व करते
न जाने कौन कौन सी खुशियों को ख्वाहिशों को
अपने यादों के पिटारे में भर लेते
काश ऐसा हो जाता जो न कर पाए वो पूरा कर लेते
शकुंतला
सर्वाधिकार सुरक्षित
अयोध्या (फैज़ाबाद)

Language: Hindi
1 Like · 83 Views

You may also like these posts

मेरा गाँव
मेरा गाँव
श्रीहर्ष आचार्य
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी
सत्य कुमार प्रेमी
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
Taj Mohammad
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
शेखर सिंह
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
कामना-ऐ-इश्क़...!!
कामना-ऐ-इश्क़...!!
Ravi Betulwala
बाप की चाह
बाप की चाह
Ashwini sharma
श्रीराम ही सहारे
श्रीराम ही सहारे
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
, आंखों आंखों में
, आंखों आंखों में
Surinder blackpen
नदी से जल सूखने मत देना, पेड़ से साख गिरने मत देना,
नदी से जल सूखने मत देना, पेड़ से साख गिरने मत देना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"जिराफ"
Dr. Kishan tandon kranti
!! एक चिरईया‌ !!
!! एक चिरईया‌ !!
Chunnu Lal Gupta
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
Rj Anand Prajapati
खामोशी
खामोशी
Sudhir srivastava
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
घायल मन पुकारता तुम्हें, परमात्मा, कैसे करूं तेरी आराधना, सज
Dr.sima
जो जिस चीज़ को तरसा है,
जो जिस चीज़ को तरसा है,
Pramila sultan
4469.*पूर्णिका*
4469.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये लोकतंत्र है
ये लोकतंत्र है
Otteri Selvakumar
प्यार कर रहा हूँ  . . . .
प्यार कर रहा हूँ . . . .
sushil sarna
Ramal musaddas saalim
Ramal musaddas saalim
sushil yadav
*सूने घर में बूढ़े-बुढ़िया, खिसियाकर रह जाते हैं (हिंदी गजल/
*सूने घर में बूढ़े-बुढ़िया, खिसियाकर रह जाते हैं (हिंदी गजल/
Ravi Prakash
"तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,
Neeraj kumar Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
दिखने वाली चीजें
दिखने वाली चीजें
Ragini Kumari
(कहानीकार)
(कहानीकार) "मुंशी प्रेमचंद"
Godambari Negi
*THe Glorious is Humble*
*THe Glorious is Humble*
Veneeta Narula
*तेरी ख़ुशबू*
*तेरी ख़ुशबू*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्षणिका
क्षणिका
Vibha Jain
Loading...