Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।

बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।
ख्वाब में भी तुम्हे ढूंढते रह गए।।
यूं तो हमको भी सबने है चाहा मगर।
हम तुम्हारे ही थे बस तुम्हारे रहे।।

अभिषेक सोनी
(एम०एससी०, बी०एड०)
ललितपर, उत्तर–प्रदेश

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 242 Views

You may also like these posts

तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है
तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है
Awneesh kumar
अजर अमर सतनाम
अजर अमर सतनाम
Dr. Kishan tandon kranti
संग दीप के .......
संग दीप के .......
sushil sarna
"तर्के-राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
* ------कृष्ण ---*
* ------कृष्ण ---*
श्रीहर्ष आचार्य
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
किरदार
किरदार
Ruchika Rai
इंसानियत का आग़ाज़
इंसानियत का आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
ज़िंदगी है,
ज़िंदगी है,
पूर्वार्थ
इल्म की रौशनी का
इल्म की रौशनी का
Dr fauzia Naseem shad
नेता बनि के आवे मच्छर
नेता बनि के आवे मच्छर
आकाश महेशपुरी
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
Phool gufran
- जनता है त्रस्त नेता है मस्त -
- जनता है त्रस्त नेता है मस्त -
bharat gehlot
Whenever Things Got Rough, Instinct Led Me To Head Home.
Whenever Things Got Rough, Instinct Led Me To Head Home.
Manisha Manjari
4453.*पूर्णिका*
4453.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
होली
होली
Kanchan Alok Malu
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
संताप में
संताप में
*प्रणय*
बावरे नैना
बावरे नैना
ललकार भारद्वाज
बसंत का आगम क्या कहिए...
बसंत का आगम क्या कहिए...
डॉ.सीमा अग्रवाल
स्त्रियां मुखालिफ(दुश्मन) होती हैं..
स्त्रियां मुखालिफ(दुश्मन) होती हैं..
पं अंजू पांडेय अश्रु
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
अर्चना मुकेश मेहता
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ओसमणी साहू 'ओश'
!मुझको इतना भी न सता ऐ जिंदगी!
!मुझको इतना भी न सता ऐ जिंदगी!
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
जिन्दगी तेरे लिये
जिन्दगी तेरे लिये
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
Piyush Goel
Loading...