Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2023 · 1 min read

बिस्तर से आशिकी

हे ! बिस्तर के आशिक ,
आशिकी मत कर इससे,
ले डूबेगी एक दिन तुझको,
आलस्य के साथ में,
समय की घड़ी निकल जाएगी,
तेरे हाथ से,
कैसा ये इश्क है,
इच्छा से नहीं तृप्त है,
पछ्तावा जब मिलता है,
आता नहीं आशिकी रास तब,
महफ़िल सजी है ढेर,
यूँ आशिकी में मत भूल,
पड़ेगा महँगा यूँ सोना,
उत्तर जाएगा आशिकी का बुखार,
इश्क लड़ा पल दो पल को,
आदत न डाल यूँ बिस्तर का,
रेत की तरह फिसल जाए तेरी दुनिया,
बिस्तर का अति आनंद नहीं अच्छा,
दुश्मन भी होते आशिकी में,
खटमल-सा चूसते खून वे।

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

2 Likes · 2 Comments · 359 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
Rj Anand Prajapati
ଆତ୍ମ ଦର୍ଶନ
ଆତ୍ମ ଦର୍ଶନ
Bidyadhar Mantry
"मौन कविता "
DrLakshman Jha Parimal
मेरी कविता
मेरी कविता
Raju Gajbhiye
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
"Success is not that
Nikita Gupta
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
People often dwindle in a doubtful question,
People often dwindle in a doubtful question,
Chaahat
2845.*पूर्णिका*
2845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उर्मिला व्यथा
उर्मिला व्यथा
सोनू हंस
कब बरसोगे बदरा
कब बरसोगे बदरा
Slok maurya "umang"
Pyaaar likhun ya  naam likhun,
Pyaaar likhun ya naam likhun,
Rishabh Mishra
राधा अब्बो से हां कर दअ...
राधा अब्बो से हां कर दअ...
Shekhar Chandra Mitra
मौन की सरहद
मौन की सरहद
Dr. Kishan tandon kranti
सजना है मुझे सजना के लिये
सजना है मुझे सजना के लिये
dr rajmati Surana
होली (माहिया गीत)
होली (माहिया गीत)
Dr Archana Gupta
कर्मफल का सिद्धांत
कर्मफल का सिद्धांत
मनोज कर्ण
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
रिश्ते बनते रहें इतना ही बहुत हैं, सब हँसते रहें इतना ही बहु
रिश्ते बनते रहें इतना ही बहुत हैं, सब हँसते रहें इतना ही बहु
ललकार भारद्वाज
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
शिव प्रताप लोधी
जोश,जूनून भरपूर है,
जोश,जूनून भरपूर है,
Vaishaligoel
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
!! परदे हया के !!
!! परदे हया के !!
Chunnu Lal Gupta
मीडिया हाउस के
मीडिया हाउस के
*प्रणय प्रभात*
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
इक रोज़ मैं सोया था,
इक रोज़ मैं सोया था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देखा
देखा
sushil sarna
जीवन सरल नही
जीवन सरल नही
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ले चल मुझे भुलावा देकर
ले चल मुझे भुलावा देकर
Dr Tabassum Jahan
Loading...