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31 May 2024 · 1 min read

पहचान

तपता सूरज, शितल चाँद,
गहरा समुंदर, पथरीला पथ,
सबकी अपनी अपनी पहचान…..
बिना बिजली की बारीश,
बिना तारों का आकाश,
और बिना काँटों का गुलाब ये सब अधुरे हैं,
क्यों की बिजली, तारें, काँटे यही तो इनकी
पहचान हैं……
इसीतरह बिना संघर्ष के जीवन नहीं होता,
और जो संघर्ष से जीत गया वही
इंसान की पहचान हैं……

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