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23 Dec 2022 · 1 min read

दुनिया को हसा रहा हूं

बेपरवाही में जियां जा रहा हूं
दिल में गमों को पिए जा रहा हूं
दिले सुकून को ढूंढता मैं इधर उधर
मैं खुद को रुला दुनिया को हसा रहा हूं

Language: Hindi
1 Like · 119 Views
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