Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2020 · 1 min read

चलो अब लौटें अपने गाँव

चलो अब लौटें अपने गाँव
——————————–

उखड़ने लगे यहाँ से पाँव।
चलो अब लौटें अपने गाँव।
बुला रहा है बूढ़ा पीपल,
अरु बरगद की छाँव।
चलो अब लौटें अपने गाँव।

शहर की चकाचौंध में हम,
गाँव को बिल्कुल भूल गये।
छोड़ अपनी खेती बाड़ी,
चाकरी में ही मगन भये।
कालचक्र कुछ ऐसा घूमा,
जीवन पर है दाँव,
चलो अब लौटें अपने गाँव।

समय ने बदली अपनी चाल।
हुआ है बुरा सभी का हाल।।
निभाया नहीं किसी ने साथ।
चल दिये सभी छुड़ाकर हाथ।।
बेबस बेघर पड़े सड़क पर,
दिखे न कोई ठाँव।
चलो अब लौटें अपने गाँव।।

गाँव में सब ही थे अपने।
शहर में हैं केवल सपने।
जब तलक रहे गाँठ में दाम,
दोस्त सब लगते थे अपने।
बुरे वक्त में छोड़ गये सब,
मिली न कोई ठाँव।
चलो अब लौटें अपने गाँँव।

गाँव में अपना है खलिहान,
भले है कच्चा वहाँ मकान,
स्वर्ग ही बसता है इसमें,
शहर तो बना हुआ शमशान।
लौट के बुद्धू घर को आये,
वापस उल्टे पाँव।
चलो अब लौटें अपने गाँव।

श्रीकृष्ण शुक्ल।
MMIG -69,
रामगंगा विहार,
मुरादाबाद।
मोबाइल नं. 9456641400

3 Likes · 1 Comment · 295 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
यूं तमाम शब तेरी ज़वानी की मदहोशी में गुजार दी,
यूं तमाम शब तेरी ज़वानी की मदहोशी में गुजार दी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Enjoy every moment of life. And it's not required that your
Enjoy every moment of life. And it's not required that your
पूर्वार्थ देव
मतदान
मतदान
Kanchan Khanna
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
जब सत्य प्रकाशमय हो
जब सत्य प्रकाशमय हो
Kavita Chouhan
🌸साहस 🌸
🌸साहस 🌸
Mahima shukla
प्रेम यहाँ कण-कण में है।
प्रेम यहाँ कण-कण में है।
Saraswati Bajpai
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
कैसे गाएँ गीत मल्हार
कैसे गाएँ गीत मल्हार
संजय कुमार संजू
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बेरहमी
बेरहमी
Dr. Kishan tandon kranti
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
समय
समय
Dr.Priya Soni Khare
पास आकर वो दूर जाता है।
पास आकर वो दूर जाता है।
Dr fauzia Naseem shad
I want to hug you
I want to hug you
VINOD CHAUHAN
ਅਧੂਰੀ ਕਵਿਤਾ
ਅਧੂਰੀ ਕਵਿਤਾ
Surinder blackpen
जन्म जला सा हूँ शायद...!
जन्म जला सा हूँ शायद...!
पंकज परिंदा
छंद- पदपादाकुलक 2+4+4+4+2=16
छंद- पदपादाकुलक 2+4+4+4+2=16
Godambari Negi
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan Alok Malu
बाघ संरक्षण
बाघ संरक्षण
Neeraj Kumar Agarwal
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
बेटियां
बेटियां
करन ''केसरा''
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
यूँ तो इस पूरी क़ायनात मे यकीनन माँ जैसा कोई किरदार नहीं हो
यूँ तो इस पूरी क़ायनात मे यकीनन माँ जैसा कोई किरदार नहीं हो
पूर्वार्थ
भारत भूमि महान है
भारत भूमि महान है
indu parashar
कुछ अल्फाज ❤️
कुछ अल्फाज ❤️
Vivek saswat Shukla
Loading...