दोहे
सिंधुज घाटी सभ्यता ,भारत मां की शान ।
सत्य सनातन धर्म है ,भारत मां की जान ।
वैज्ञानिक युग में मिला ,अब जीवन निस्सार।
जंग छिड़ी है होड़ में , कोरे हैं संस्कार।
हुई सार्थक कल्पना ,सच्चा है संकल्प।
जन्म मृत्यु है शाश्वत ,कोई नहीं विकल्प।
डा. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,
सीतापुर।