Posts Language: Maithili 836 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ABDHESH JHA 18 Nov 2021 · 1 min read अदिनता अदिनता ठीके कहैत छैक नै अदिनता जखन अबैत छैक त चारुदिससं अबैत छैक लिखलहबा जे रहैत छैक से के मेट सकैत छैक अनका आन जकां ओ अयबेटा नै करैत छैक... Maithili · कविता 10 18 339 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Oct 2021 · 1 min read रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन (कविता) हाय रे, हाय, हाय रे हाय ! रूसल हमर पूर्णिमा के चाऽन ! मरि जाउ देखि बिनु हम तोरा सुनरकी, देखू जखन नै जाउ... Maithili · कविता 10 7 425 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Oct 2021 · 1 min read प्रेम अपने कोना छमकै छी आउ हिअ मे सोलह सिगार मे आउ आउ एक दोसर मे समा जाउ आउ स्वप्न मे नीरस जिनगी मे रंग भरू आमोद करू तन मन आओर... Maithili · कविता 10 6 252 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Oct 2021 · 1 min read देव ऋषि तपोभूमि (कविता) माटि मिथि मिथिलापुरी भुवन पावन, देव ऋषि तपोभूमि महादेवक वाचन, सदन सदन विराजे भगवती माय ममता, हिअ उछल पुलकित सब बेराबेरी अओता, छवि ओछल कानै ते,कतय इ पुष्प उपवन !... Maithili · कविता 9 9 315 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Sep 2021 · 1 min read भगवान्(कविता) निसर्ग गोद मे अमूल्य कंचा संग मनुख्क मुस्की मे मनुखक रोदन मे केओ छथि अत जे सब देखि रहल छथि मठ मंदिर मे मसजिद गुरूदारा मे कण कण मे सब... Maithili · कविता 9 5 310 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Sep 2021 · 1 min read तोँ सबसँ सुनर प्रिये हमर,राधा रानी(कविता) तोँ सबसे सुनर प्रिये हमर,राधा रानी । जिनगीक सप्पन बिनु तोहर नै आबै, नै रूसू हमरासँ ,कखनो दूरी नै जाउ, हम नहि छि गंगा जमुनाक बहैत पानि । तोरा बिनु... Maithili · कविता 9 5 218 Share श्रीहर्ष आचार्य 23 Sep 2021 · 1 min read इ दुनिया मे पाप सजा पेलौं (कविता) दुलरूआ आब हमर दूर नै जाउ नोर पोछैत के क्षण मे मरि जाउ असरा रहै जे हेरा देलौ एहि साल अपने ऐना छोड़ि कऽ नहि जाउ एहि जिनगी मे चारि... Maithili · कविता 9 5 273 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Sep 2021 · 1 min read माधव मोरा नुआ धूआ माधव मोरा नूआ धूआ,पवन वेग मे उधियाबै दुख नैय करैय करेजा,फेरो नोर कियै भरी आबैय बड जतनसँ तनमा पोसलहू ,आजु बहीस नइँ जायै पिपरक डारि तर बसला माधब,छोड़ी के अंगराबै... Maithili · कविता 9 7 371 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Sep 2021 · 1 min read कूटुम कठिन नहि पथ कोनो(कविता) के चिन्है तोरा के भावै तोरा नहि सोचू स्वप्न सँ आगु बढ़ू,बखत केर संग चलू लक्ष्य जौं नहि भेटैय तऽ जानू खोट रहैए कोनो,उठू जागू नहि बैयसू कूटुम कठिन नहि... Maithili · कविता 9 7 248 Share श्रीहर्ष आचार्य 16 Sep 2021 · 1 min read आय गाम हमरा हमर याद आबै लगल (कविता) एकर बानि चालि चलनसँ कतौ घसब मन होइए शहर छोड़ि बसि जेतौ ओतए जतए किनको देखिकेँ लेलनि ओ घोघ झाप यैह घोघ देखि जतऽ पैघ कहबि ओतए अतय लौकत पगरि... Maithili · कविता 9 5 362 Share श्रीहर्ष आचार्य 16 Sep 2021 · 1 min read बेटी(कविता) ई जिनगी नइ मिले कखनो बलि चढ़ेलौ तँ हमरे सभ जनम मे,मां कोख मे बेटी मारि देबै तुअ,की बेटा चाही कि जिनगी तोर हमर कारण पहाड़ बनत मुह किया देखिहे... Maithili · कविता 9 6 333 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Oct 2021 · 1 min read अही आबि मा हमर(कविता) अश्रुधार लोचन देखू,भरीमन् मम आयु हे मा कोन विधि सँ निभृत आबि हम दरिख देखाबी हिय मोरा वेदनसँ भरल कोना हम मुस्काबी काल्हि मगलौं अन धन विद्या अद्य कि मागि... Maithili · कविता 8 10 216 Share श्रीहर्ष आचार्य 4 Oct 2021 · 1 min read तोहर प्रेमक दीप जरैय सगरे दिनु राति(कविता) तोहर प्रेमक दीप जरैय सगरे दिनु राति हम तोहर प्रेम रस सँ भीजल प्रणयी दिपक बिनु होय कोनो जलैत बाति काल्हि कहला अप्पन हिय रानी पथ जिनगी ओझल तोरा बिना... Maithili · कविता 8 7 261 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read ताकूऽ कनै मां निहुछ हमे,इजोत के खीची लाउ(कविता) निहुछ अपने भक्क बैसू वीरन मे वेदनसँ जल गोइठा हो जाउ,छन मे गठजोङ करू तऽ अप्पन, नहि केओ कंचा यशी लोक पथ मे रोड़ा,ठारह केओ तऽ कोना बढू जिनगी मे... Maithili · कविता 8 3 317 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) हम रहू चाहे न रहू हिय मे मात्रभूमि सगरे बसै मा बाबू सिनेह माटि गमक कतहू नै भैटय मन होययै छोडि सब बसि... Maithili · कविता 8 4 351 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read गजब ताल(बाल कविता) कोन गाछ बौआ, चन्ना मामा लटैक गेलै कौआ देखैलियौ बौआ, नैय हंसि देलै मामी बंनरीया अंगुलि द ,बौआ कें ठऐक देलै मामा बंनरा हमर बौआ कें गोदी में लेले बिल्ली... Maithili · कविता 8 3 294 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read दोहा रंग चढैय बैरी कोरा पोथी,सूना रहैय ज गियान ! नितु अरजैय गियानि काली,पानी पानी आन ! चहुं दिस चकारी सभ करै,पैग नहि भेलै लोक । संग चकारी नव जयदेव पंथ,पैग... Maithili · कविता 8 3 217 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read प्यार नहि (कविता) इशक के पगडंडी पगले साले,तोर बापक जिरायैत नहि एगो मरैय राधारानी,चारसँ राधा करैय कखनो प्यार नहि आसँमा चूमै चरण तोहर,मंदिर साँजल देबाल बनि अर्पण करि देलौ तन मन,नहि पाबि हिय... Maithili · कविता 8 5 312 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Sep 2021 · 1 min read मिथिलादेश(कविता) मिथिलादेश(कविता) जनक नंदिनी जानकी माता, हम छी तोर दुलारा एक बेर मे लागैए जेना , सयबेर जन्म होइत माता देव ललायित एहि धरती पर, एलौं हम माता मिठगर सुन्नर बोल... Maithili · कविता 8 3 444 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Sep 2021 · 1 min read चलू गंगाजल सँ कनी नहा लेबे छी !(कविता) हमर नहि कोनो मोल , सिनेहवश हम बिक जाय छी ! अनन्त अर्णव हिय दयालु हो प्रभू मनुख सेवा नित संवर करैत रहू ! जिनगीक पथसँ दुखिया के असरा देबे... Maithili · कविता 8 4 243 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Sep 2021 · 1 min read बड्ढी मुद्दति अर्चन सँ पेलौं (कविता) बड्ढी मुद्दति अर्चन सँ पेलौं प्राण मे महक मगलम् सधबा नारी कें छोट गृह हिय बड़ा तोहेँ कतँ समाउ हियक धड़कन मे बसलौ ऐहन अपना लेल ताजमहल कखनो नै बनाउ... Maithili · कविता 8 6 300 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Sep 2021 · 1 min read तोरा देखिलौ(कविता) तोरा देखिलौ आब जिनगी मे बहार आयल सजल हथेली,चूडी पायल मन मे गतर गतर सगरो कोना करार आयल तोरा देखिलौ आब जिनगी मे बहार आयल सावनक घटा आब,ताउ जेठक कि... Maithili · कविता 8 6 278 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Sep 2021 · 1 min read तखन कोना करू हम आराम प्रिये तखन कोना करू हम आराम प्रिये जखन छोड़ि देला बौआ गाम प्रिये चढ़ल दुपहरी सँ आंखि अन्हिआयल सूरज के ताप सँ देह लागे हेराएल जखन प्रेम स्नेह नुआ फहरायल तखन... Maithili · कविता 8 6 275 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Sep 2021 · 1 min read अनुपम कृति माटि चानर रत्न छींटै उजियारा श्यामल-श्यामल गंगा कमला अनुपम धारा माय आँखि हर्षित नोर जल माटि केर लाल अनुपम कृति सोन जरित देव भूमि विख्याता राजा जनक जानकी स्वसा पावन... Maithili · कविता 8 5 261 Share श्रीहर्ष आचार्य 16 Sep 2021 · 1 min read हे देव,नहि बनाबू हमें कोरा पोथी(कविता) हे देव,नहि बनाबू हमें कोरा पोथी साँच आत्म प्रकाश तोर देख न पाउ हवा मे जल मे माटि मे धूधली विरान छाप तोर मूरत अंश दीघर हिअ इआद रखे केओ... Maithili · कविता 8 5 298 Share श्रीहर्ष आचार्य 16 Sep 2021 · 1 min read आब घुरिक कखनो नहि आयब(कविता) आब घुरिक कखनो नहि आयब टूटि खसल जिनगीक असरा हिय मे सूल उठे अनेक सारा वेदना गोदसँ मा आँचर मे कए दिनसँ कानी रहल छी जानै कतए धरि जाउ आब... Maithili · कविता 8 5 224 Share दीपक झा रुद्रा 8 Nov 2021 · 1 min read आब भोग प्रितक तों दण्ड। किये अभगला प्रीत केले तों आब भोग प्रितक तों दण्ड बड़े निक छलहू तोहर प्रेयसी बड़े रहौ ने प्रेम क घमंड !! ई प्रेम ककर भेेले अहि जग में जे... Maithili · कविता 7 2 294 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Nov 2021 · 1 min read आब की करू सगरे गाम शोर भगेलै आब कहू भोरूकुबा सँ इजोत भगेलै रहू छनि मिलिकऽ चलि जेती तखने केओ नहर पर आबि रहल छथि हाय रे माय बाप आब की करू गाछ... Maithili · कविता 7 3 390 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Oct 2021 · 1 min read मैथिल बाबू (कविता) प्रत्यय के मुठी बन्न कऽ लिअऽ इजोतकें सोझा आबि किछ कऽ लिअऽ अपन आगू झुका देब एक दिन दुनियाँ के धधकत आँगि पहिने इ भरी लिअऽ प्रत्यय के मुठी बन्न... Maithili · कविता 7 4 475 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Oct 2021 · 1 min read मातृभूमि हम देस बसू वा परदेस बसू, हियसँ कखनो नहि बिसरायब , हे मातृभूमि मिथिला अभिमान हमर ! करू इयाद हमे जखने कहब तखने सुनब, माथ पर गमछा के मुरेठा बान्हकेँ... Maithili · कविता 7 4 548 Share श्रीहर्ष आचार्य 17 Oct 2021 · 1 min read नवभाषा निर्माण करै छै(कविता) मृत्यु तल्प पर नान्ह आयु ओघराबै बोली । भाषा गाछसे बोली टेहु काटि रहल टोली ! ढाह दिअ अहिना गर्व के,ई ग्यानीक होली, दियो मैथिलपुत्र दिनकर अशीष के गोली ।... Maithili · कविता 7 5 457 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Oct 2021 · 1 min read प्रितम प्रितम हे,तौर अंगना कखनहुँ के आयत बैरी सासू दूलरी रहत,जँ के मोरा जानत सात जनमक बैरी रहत,रसमधुर के जानत तोँ बैसी सब दिन गाम पोखर जाकऽ के जानत तोर रंगरससँ... Maithili · कविता 7 6 235 Share श्रीहर्ष आचार्य 11 Oct 2021 · 1 min read जिनगी पथ सन्न बैसू हम केहन जिनगी छै के अप्पन के पराया छै काँट भरल अतह सगरे पथ रोड़ा बनिकेँ ठारह अपनेक देखू केओ नै अप्पन एहि ठाम सब पराया छै पैघ... Maithili · कविता 7 3 444 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बहुसेयै (कविता) जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बहुसेयै लोर बहेयै आखिसँ,मगिया सजे करैज तरसेयै जिनगी संभाली कोना,फुनगी हमरासँ लप्पकेयै घनि बँसवरिया मिलू कोना,लोगनिक मन ठनकेयै जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बिहुसेयै प्यार... Maithili · कविता 7 3 419 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read क्षमा करियौ यौ महाकवि(कविता) क्षमा करियौ यौ महाकवि ई अपराध आ पाप हमर मिटैय अछि छाप माटि उपज कें बिलखैत गंगा कमला जलक धारा काटनै छै हाथ पाव अप्पने लाल लाल दूरंगा सगरे खुन... Maithili · कविता 7 4 215 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read बेटिया(कविता) हमर घर दुआर प्रेम स्नेह,नितु बल सिचि बेटिया सात जनम सौभाग्य हमर,आंगन नाचैय बेटिया गूडि जेहन आखि ऐकर,मागै गुरिया प्यारी बेटिया सबे जान छिड़कैत,डरैय माय आंचल छुपि बेटिया रिश्तो कें... Maithili · कविता 7 2 606 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read जय जय भैरव जय भगवती (कविता वीर राजा सलहेशक) सोमदेव गोरी सोन लाल कें पाबि,अमल हिय जुरायैत कें जानैत ऐही जग वासि,अन्हियारा तर दीप जलायैत महिसौथा जनम भू तिरपत,लोचन भुवन पुष्प बरसायैत वरण पैघ नहि चौहरमल संगे, जौं इ... Maithili · कविता 7 2 372 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read जिनगी जीनाइ सिखैलथ (कविता) अभिनव जयदेवक अनमोल कृति खुस व्याधि मे जीनाइ सिखैलथ देव अपने अऐब कोना,आयब कोना कृति अंतर मन रचनासँ जानलौ सारा जग अपन,पोथी मे देखलौ केओ तिरस्कार करै,केओ सम्मान करै सुख... Maithili · कविता 7 5 241 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Sep 2021 · 1 min read नीति पूर्ण दोहे कामी तामी लालची , ऐकर नैय विचार । पाहुन जकाँ छोड़ी दे , अपनेसँ लाचार ।। मौलिक एवं स्वरचित © -श्रीहर्ष आचार्य) Maithili · कविता 7 5 364 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Sep 2021 · 1 min read जानकी माय आन -( कविता) जँ हम उठलौ आशिष परैछ,हाथ सबटा चार माय हमर बान्हि राखि देथिन्ह जेना आइये ज हम बिनु पाग पहिर बहर गेलौ डर लागै बाबू नहि छोड़ता, ज नैय संस्कृति साजल... Maithili · कविता 7 6 284 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Sep 2021 · 1 min read कानै कानै आइ दिल कानै(किसानक बाढसँ दर्द ) कानै कानै आइ दिल कानै मानसपटल सुध-बुध दूय फाट बाटैय काल्हि रहए अखन कतह, हरल भरल खलिहान चहकत चिडियाक बोल सुनि कऽ, उठैत किसान पायल बाजै छनछन, चुडीक खनखन गुलजार... Maithili · कविता 7 5 309 Share श्रीहर्ष आचार्य 16 Sep 2021 · 1 min read आइ रौंद कतह छाह कतह(कविता) आइ रौंद कतह छाह कतह जल उझलैत बरखा रानी श्यामल मेघ नीक बुलबुल तान नीक धान रोपि रहल हँसिक सगरे जन मीठगर भाषा अभिनव जयदेवक गीत सुनाबै ऐहीसँ नीक तस्वीर... Maithili · कविता 7 4 310 Share ranjana singh angvani bihat 25 Mar 2022 · 1 min read गीत - " कत गेलौं पहुना " कत गेलौं पहुना,उदास भेल अंगना किएक अहां बनलौं,बेदर्दी सजना कत गेलौं पहुना .... रहि -रहि विरहा ,टीस मारे जियरा तन में नै प्राण ,निष्प्राण लागै हमरा अहां बिनु जिनगी ,रसहीन... Maithili · गीत 7 6 172 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2021 · 1 min read मातृभूमि बहुत दिवस पर घुरल छी सिंहेश्वर पावन वसुन्धरा जुनि दिय कटु वेदना नहि बिसरल ओ खेत-खलिहान खेत मे लागल अथार-पथार मोन अछि ओहिना सब बात,मुदा हे चान लिखल परदेश हमर... Maithili · कविता 6 4 553 Share निरुपमा 19 Oct 2021 · 1 min read बेटी लगन (मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा) बेटी लगन (मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा) मैथिली गीत मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा, फुलबा एहन सुकुमार यौ। मोतिया बरण वर खोजबै यौ बाबा, फुलबा एहन सुकुमार यौ।... Maithili · कविता 6 7 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read हे भारत मातृभूमि माता तोर शत् शत् वंदन(कविता) एहि माटिक गमक सगरो,नव अलख दिखाबय जाहि माटि जन्म लेलौं, इतिहास लिखिक’ जायब हे भारत मातृभूमि माता तोर शत् शत् वंदन समूचा आत्म गैरव मन,सारथि पाहुन ससंगे भेटयै जखन उठाबी... Maithili · कविता 6 4 388 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Sep 2021 · 1 min read कि कहू आब लक्ष्मी गृह मोरा हिय चैन आबै (कविता) हे प्रभु अहूँ कि खुब बनेलौं मरि नैय जाउ बिनु देखि छन मे देखू जे हुनका कतौ दुराहु नै जाउ तऐमे विश्वम्भरा के परी ललित रुप ई लागे कि कहू... Maithili · कविता 6 4 285 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Sep 2021 · 1 min read छमा करौs हे महाकवि( मैथिली क बोली अंगिका में कविता) ) छमा करौs हे महाकवि उ अपराध आरो पाप हमर देखो मिटे छै छाप माटी उपज के बिलख रहलो छै गंगा जल के धारा काटनै छोॅ होथौं पाव अपने लाल लाल... Maithili · कविता 6 6 430 Share श्रीहर्ष आचार्य 17 Sep 2021 · 1 min read न रहै झूठा (कविता) हिअ गेल चएन गेल दऽ गेला झुनझुना हे सखि पिया नैय ऐला न रहै झूठा सिंगापुर गेला विलायती भेला कलुआ बरद जेना फुला हे सखि पिया नैय ऐला ना रहै... Maithili · कविता 6 6 267 Share श्रीहर्ष आचार्य 17 Sep 2021 · 1 min read मां,कोरा मे अप्पन भू संग लिअ (कविता) हिअ बेथासँ गहर खसू बड जोर कनाबै मां मनुख वरन नहि दिअ नितु सताबै मा,कोरा मे अप्पन भू संग लिअ गंगा मां तमसायल ससंग लिअ आत्मा घेरल सगरे पाबि,हमर केअ... Maithili · कविता 6 5 234 Share Page 1 Next