Comments (5)
6 Oct 2021 03:38 PM
Great
6 Oct 2021 03:31 PM
Super
20 Sep 2021 07:52 AM
“कानै कानै आइ दिल कानै(किसानक बाढसँ दर्द )……” सत्य…. कटुसत्य कहबि अपन कविता क माध्यम सँ …. बहुते नीक….
श्रीहर्ष आचार्य
Author
20 Sep 2021 08:22 AM
धन्यवाद सर
Nice