Posts Poetry Writing Challenge-2 210 authors · 4349 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 34 Next ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन आया जीवन में ना नजर मिली ना बात हुई, ना कभी कोई मुलाकात हुई। वो मिले अचानक मुझको यूं, तो परिवर्तन आया जीवन में।।1।। बिन मिले ही हमने दर्द कहे, बिन जाने ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 59 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read जज़्बातों का खेल जज़्बातों का खेल अजब है, एक है शख्स पर नाम अलग है। राधा के नन्दलाल सलोने, लीलाधर और गोपीयो संग खेले।।1।। रुक्मणी के थे कृष्ण अनोखे, द्वारिकाधीश और दुष्टो संग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 122 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read बावरे नैना तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना। तेरे बस प्यार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।1।। मैं प्यासा हूँ कहूँ तुझसे, मेरे ओ बावरे नैना। बुझा दो ना मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share OM PRAKASH MEENA 16 Feb 2024 · 1 min read देहाती कविता मेरी पहुंच उस गांव तक है जहां बदहाल जीवन जीने को विवश सृष्टि का का ये उच्चतम जीव जिसे देहाती नाम दिया हम बौद्धिक पृष्ठभूमि में उपजे शहरवासियों ने इनकी... Poetry Writing Challenge-2 1 101 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 16 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जी लिजिए जिंदगी जी लिजिए वरना गुजर जायेगी। खुशियां बटोरिए हंसी के गीत गाइए। दिल की सुनिए मन का करना सीखिए। हंसिए, गाइए, खुश रहिए दिल में उम्मीद जलाए रखिए। गम और... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 2 125 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read आधार जगत का करने को उद्धार। बनाया सत्संग को आधार।। मनुज पर करने को उपकार। बनाया नाम धुन आधार।। जीव का करने बेडा पार। बनाया मालिक को आधार।। करेगे सबका बेडा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 106 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 2 min read जब बनना था राम तुम्हे जब बनना था राम तुम्हे, दुर्योधन बन कर बैठ गये। जब करना था काम तुम्हे, स्वार्थ साध कर बैठ गये।। निगम रखा था नाम तुम्हारा, निर्गुण बन कर बैठ गये।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 56 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 16 Feb 2024 · 1 min read गलत को गलत क्या बता दिया गलत को गलत क्या बता दिया, नजरों से सबकी उतर गए है हम। सत्य का पक्ष क्या ले लिया हमने, झूठ के समर्थकों से हार गए हम। कल तक थे... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 1 62 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read मर्यादाशील हंसते-हंसाते हर गम छुपा, खुशियां मनाते चल हम रहे हैं । सदियो के जख्मो को सिलते-सिलाते, मरहम लगाते बढ हम रहे हैं ।। अपना पराया ना करते हैं हम तो,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 70 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 16 Feb 2024 · 1 min read इंसान कैसा है? इंसान कैसा है, ये बोली बता देती है। शब्दों से ही उसकी नीयत पता चल जाती है। मीठा बोले या फिर कड़वा, शब्द दिल की उसकी हर बात को बता... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 1 136 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read सत्यदेव सत्यदेव एक कथा महभारत आई। सत्य फलित जीवन में भाई ।। सत्यदेव इक नामी राजा ।धर्म शास्त्र सम्मत हर काजा।। एक बार नृप के दरबारा।नार रूप लक्ष्मी ने धारा।। विदा... Poetry Writing Challenge-2 80 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read श्री अन्न : पैदावार मिलेट्स की जगो किसानो उठो किसानो, अन्न पुराना अच्छा था। करो पैदावार उसी अन्न की, अन्न वही तो सच्चा था।। श्री अन्न की ऊपज करो तुम, श्री अन्न संरक्षक हैं। श्री अन्न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 99 Share Kanchan Alok Malu 16 Feb 2024 · 1 min read आंखों में खो गए, हर पल सा मिला, आंखों में खो गए, हर पल सा मिला, तुम्हारी मुस्कान में, है सारा सिलसिला। राहों में छाया, तुम्हारा आभास, आंखों में बसी, वो मिठी सी बातें कभी ना होने देने... Poetry Writing Challenge-2 126 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 16 Feb 2024 · 1 min read मौन हूं निशब्द नहीं मौन हूं निशब्द नहीं, आवाज है बस बोलती नहीं। जिंदगी की ठोकरें खाती रहती हूं, फिर भी मुस्कुराना छोड़ती नहीं। दिल में गमों का बोझ है, पर आंखों से आंसू... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 1 364 Share Kanchan Alok Malu 16 Feb 2024 · 1 min read आशिर्वाद आशिर्वाद की बारिश, खुशियों का संगम, माँ-बाप की दुआओं में, है सुखों का आरम्भ। प्यार और समर्पण, है उनका संदेश, आशिर्वाद बिना हर काम है शेष। माता-पिता की मुस्कान, प्यार... Poetry Writing Challenge-2 126 Share Nmita Sharma 16 Feb 2024 · 1 min read कविता *वसुंधरा* इस वसुंधरा को हम न इस तरह मिटायेंगे। जन्म मृत्यु धात्री मातृ ऋण तो हम चुकाएंगे। अन्न जल पवन ताप नदिया नग कानन । हीरे मोती संपदा जीव जंतु... Poetry Writing Challenge-2 98 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 16 Feb 2024 · 1 min read दो लोगों की सोच दो लोगों का तजुर्बा, एक जैसा नहीं होता अलग है ख्याल, अलग ही है सोच। एक देखता है ऊपर, तो दूसरा नीचे, फिर कैसे देखेंगे दोनों एक ही दृश्य। एक... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता 1 149 Share Kanchan Alok Malu 16 Feb 2024 · 1 min read दिल में छुपे अलग से दर्द की कहानी, दिल में छुपे अलग से दर्द की कहानी, आँसुओं की बूंदें, हर पल है यहाँ । रातें सोया करती हैं, मेरी आँखे चुप सी, दर्द की मिट्टी से बना, इस... Poetry Writing Challenge-2 176 Share Deepesh purohit 16 Feb 2024 · 1 min read भोर भोर हुआ, फैला उजियारा, सूरज आया मिटा अँधियारा। लालिमा घुली आसमान में, चहके चिड़िया इस विहान में। नीला घोड़ा दौड़ रहा उधर, उत्तर से दक्षिण में ऊपर। सर सर समीर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 143 Share VEDANTA PATEL 16 Feb 2024 · 1 min read *** तस्वीर....!!! *** "" किसी न किसी जज़्बात की... एक निशानी होती है तस्वीर...! कितना कुछ जुड़ा होता है... अंतःकरण मन में उद्भव विचार...! और पांव पसारते... ये समय के अनवरत चाल, धुंधली... Poetry Writing Challenge-2 180 Share सतीश तिवारी 'सरस' 16 Feb 2024 · 1 min read चंद दोहा (1) जीवन अपना वेद सम,किन्तु गुज़रता व्यर्थ। है जीवन का मर्म क्या,ढूँढ़ न पाते अर्थ।। (2) भरा बंधु हर वेद में,जग का सारा ज्ञान। कहते ऐसा संतजन,हरदम करते गान।। (3)... Poetry Writing Challenge-2 1 168 Share Nmita Sharma 16 Feb 2024 · 1 min read कविता मन भावों की उथल पुथल से सजती सुंदर कविता कभी अधूरे ख्वाव कभीहै प्रेम से पूरित कविता।। नव नूतन पल्लव सी लगती सुख- दुख कीहै सरिता सीख सृजन की अपनेपन... Poetry Writing Challenge-2 73 Share Nmita Sharma 16 Feb 2024 · 1 min read कविता सुनसुन मुनमुन गुड़िया रानी मां कहे लाडली बड़ी सयानी प्यार से कितने नाम सुने है क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी। झुन झुन पायल सुन सुन पापा खिल खिल जाता... Poetry Writing Challenge-2 86 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read अंतिम पड़ाव हो बचपन-यौवन या समृद्ध-वृद्ध, सब समय के चक्र का हिस्सा है। ये पर्वत घाटी या हरी-भरी थाती, सब पृथ्वी के वक्र का किस्सा है। शरद चाॅंदनी में वृक्षों से हर... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · मनुष्य का जीवन चक्र · वृद्धावस्था के मनोभाव · वृद्धि का क्रम · व्यक्तिगत प्रसंग 6 2 148 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 1 min read आत्मघाती हमला सेना की गतिविधियाँ देखकर, बहुत सारे आतंकी डर से फरार थे। उन्हें खोजने निकले वाहन में, भारतीय सेना के कई वीर सवार थे। आंतरिक सुरक्षा परखते हुए, शुरू सुरक्षा का... Poetry Writing Challenge-2 · आतंकवाद · तुकांत कविता · देशांतर मुद्दा · पुलवामा की पुण्यतिथि · सैन्य बलिदान 4 150 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 1 min read गौरी सुत नंदन इनके सब सम्मानित भक्तजनों को, पुराणों में मिल जाता वर्णन। एक उज्ज्वल छवि प्रत्यक्ष आती है, जब देखते हैं धर्म का दर्पण। इनका चरित्र यों महकता है, ज्यों उपवन में... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · धार्मिक वर्णन · पिता का क्रोध · माता का ममत्त्व · संतान का कर्त्तव्य 4 160 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read मोबाइल प्रदूषण से घिरे इस परिवेश में, कोई प्रकृति का इशारा नहीं बनता। स्वार्थ को आतुर इस दुनिया में, कोई बेबस का सहारा नहीं बनता। आज निराशा का काला बादल, सबकी... Poetry Writing Challenge-2 · 21वीं सदी · आधुनिक यंत्र · तकनीकी हस्तक्षेप · तुकांत कविता · मोबाइल का प्रभाव 5 198 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 1 min read पापियों के हाथ ज्यों एक शिशु ने भ्रूण बनकर, एक जननी के गर्भ में प्रवेश किया। चिकित्सा और जाँच के नाम पर, परिवार ने हर दिन क्लेश किया। डॉक्टर भी पेशे से गद्दारी... Poetry Writing Challenge-2 · कन्या भ्रूण हत्या · तुकांत कविता · पुरुष प्रधान सोच · महिलाओं की भूमिका · सामाजिक कुरीति 4 183 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read परिवार होना चाहिए जैसे हर एक कड़ी के जुड़ने से, अटूट श्रृंखला का निर्माण होता है। ठीक वैसे प्राणियों के संवाद से, जीवित सभ्यता का भान होता है। यहाँ हर व्यक्ति के जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · अपनापन · तुकांत कविता · पारिवारिक जुड़ाव · समूह ही शक्ति है · सम्बन्धों का वर्णन 5 1 230 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read पर्वत दे जाते हैं दृढ़ता से सीधे खड़े एक पर्वत ने, भारतवासियों को संदेश दिया है। इच्छा, सुरक्षा, साहस व प्रतीक्षा, पर्वत ने इन सबका भेष लिया है। इनके अटूट साहस की कथा, चलो... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · परिवर्तन की गति · पर्वतों की पीर · पर्वतों के उपकार · प्राकृतिक वर्णन 4 151 Share VEDANTA PATEL 16 Feb 2024 · 2 min read *** हमसफ़र....!!! *** "" आ साथ चलते हैं... प्रीत के रंग गढ़ते हैं, न जाने इस सफ़र का, है अंत कहाँ...? एक कदम तेरा होगा... एक कदम मेरा होगा, दम-खम कोशिश पुरजोर... कुछ... Poetry Writing Challenge-2 194 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read गुलाब के काॅंटे जग सवालों का बंद पिटारा है, यहाँ जवाब बनना आसान नहीं है। बाग़ में सख़्त काॅंटे भरे पड़े, कोमल गुलाब बनना आसान नहीं है। मैंने जिनकी राह पर फूल बिछाए,... Poetry Writing Challenge-2 · गुलाब और काॅंटे · तुकांत कविता · प्रेम प्रसंग · प्रेम में धोखा · प्रेमियों की अनबन 4 137 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 3 min read पराठों का स्वर्णिम इतिहास हमें तो एक रोटी और पराठे में, केवल यही एक अन्तर दिखता है। एक बस तवे के ऊपर ही रहे, तो दूजा तवे के बिना ही सिकता है। सही कहा... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · प्रासंगिक वर्णन · मनपसंद आहार · वैश्विक पैठ · स्वादिष्ट आहार 4 163 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read गले लगा लेना प्यार में झगड़े होना स्वाभाविक, इसमें परेशान होने की बात नहीं। जो प्रेम साथ रहकर न लड़े, समझो वो मुश्किल में देगा साथ नहीं। जो तुम रूठे तो मैं मनाऊंगा,... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · प्रेम प्रसंग · प्रेमी युगल · भावनाओं का प्रपात · शृंगार रस 5 198 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read टिमटिमाता समूह जब भी चंद्र का प्रकाश खिले, सूर्य का अधिकार समाप्त होता है। भव्य चाॅंदनी की छटा के बीच, श्वेत रंग चारों तरफ़ व्याप्त होता है। काले गगन श्वेत तारों से... Poetry Writing Challenge-2 · खगोलीय घटनाएं · तारामंडल · तुकांत कविता · धार्मिक वर्णन · प्रेम प्रसंग 4 203 Share Mukesh Kumar Sonkar 16 Feb 2024 · 1 min read सच्चा प्यार "सच्चा प्यार" प्यार प्यार का ढिंढोरा तो जग में सब पीटते हैं, सच्चा प्यार करने वाले ही इसमें लंबा टिकते हैं। आंखों आंखों में जिसका इजहार होता है, सबसे अनुपम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · प्यार प्रेम · प्रेम कविता · मोहब्बत इश्क़ Love Poetry · सच्चा प्यार 1 170 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read चॉकलेट प्रेम की खट्टी मीठी यादों का, मिला-जुला स्वाद होती है चॉकलेट। कौन सच्चा?, कौन झूठा?, प्रेम का यही विवाद होती है चॉकलेट। नई ज़िंदगी का प्रारंभ, प्रेम संबंधों का शंखनाद... Poetry Writing Challenge-2 · चॉकलेट · तुकांत कविता · प्रेम प्रसंग · भेंट उपहार · शृंगार रस 4 271 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 3 min read शॉल (Shawl) कुछ अलग और अच्छा खरीदने, एक बार मैं निकल पड़ा बाज़ार। बाज़ार तक पहुॅंचने से पहले ही, मुझे दूर से चीज़ें दिख गईं हज़ार। एक बार में सारा बाज़ार खरीद... Poetry Writing Challenge-2 · ऐतिहासिक टिप्पणी · तुकांत कविता · परिधान · वर्णनात्मक प्रसंग · व्यक्तिगत प्रसंग 4 122 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 1 min read ऋतुराज रिमझिम फुहारों के गुज़रते ही, शीत की लहर का आगमन हुआ। शरद की बर्फीली हवाओं का, हर नगर व कस्बे तक भ्रमण हुआ। शीत के ऐसे ज़ुल्म को देखकर, यहाँ... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · प्रकृति · बसंत ऋतु · मनोभाव · मौसम परिवर्तन 4 141 Share हिमांशु बडोनी (दयानिधि) 16 Feb 2024 · 2 min read अधूरी दास्तान प्रेम प्रसंग का परिणाम देखो, सफल वही प्रेम जिसमें सम्मान रहे। नित्य समर्पण की मांग करतीं, समस्त मर्यादाओं का भी भान रहे। किसी के लिए ईश्वर की आस्था, किसी के... Poetry Writing Challenge-2 · तुकांत कविता · पौराणिक · प्रेम के स्वरूप · प्रेम प्रसंग · व्याकुलता 4 132 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read #रंग (व्यंग्य वाण) #रंग (व्यंग्य वाण) बहुत रंगीली दुनिया,बिखरे रंग हजार । कुछ होते हैं प्राकृतिक,कुछ मानव व्यवहार।। जीवन के हर मोड़ पर,रंगों की बरसात। कुछ को दिन अच्छे लगें,कुछ को अच्छी रात।।... Poetry Writing Challenge-2 95 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read कैसे धाम अयोध्या आऊं # कैसे धाम अयोध्या जाऊं # राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या आऊं हे महाप्रभु श्री राम मेरे मन ही मन सकुचाऊं राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या... Poetry Writing Challenge-2 153 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 Feb 2024 · 1 min read मां नर्मदा प्रकटोत्सव माघ शुक्ल सप्तमी प्रकटोत्सव मां नर्मदा का प्रतिवर्ष होता यह महोत्सव मां नर्मदा का प्रकटी अमूरकोट से संग साथी सोन मुड़ा आप पश्चिम चलीं साथी पूर्व की ओर मुड़ा मध्य... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 609 Share Rajesh Kumar Kaurav 16 Feb 2024 · 1 min read #भ्रष्टाचार #भ्रष्टाचार #दोहे भ्रष्टाचारी युग हुआ,लुप्त हुआ ईमान। मिलना मुश्किल आज है,सत वादी इंसान।। भ्रष्ट आचरण कर रहे,जिनके हाथ लगाम। ऊँचे पद पर बैठकर,कहें भोर को शाम।। बैच रहे ईमान सभी,धन... Poetry Writing Challenge-2 81 Share शशि कांत श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read प्रियतमा और कॉफी *प्रियतमा और कॉफी* ******************** ए वक्त ले चल मुझे --वहाँ जहाँ सुकून मिले, कुछ पल दिल को, इंतजार का वक्त खत्म होता ही नही, बैठे -बैठे ---यहाँ....., समय जैसे थम... Poetry Writing Challenge-2 1 60 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2024 · 1 min read * मुस्कुराते नहीं * ** गीतिका ** ~~ आप क्यों मुस्कुराते नहीं हैं। स्नेह मन में जगाते नहीं हैं। छोड़ कर देखिए उलझनों को। आप हिम्मत जुटाते नहीं हैं। आस का एक दीपक जलाकर।... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका · बाला छंद 1 1 177 Share शशि कांत श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read क्या -दीया जलाना मना है *क्या_दीया_जलाना_मना_है* ************************ आगे सघन घना अँधेरा है कुछ सूझ नहीं रहा है -अब, साया भी समा रहा अपने में, मन भी डूब रहा है अब इस सघन घने अँधेरे में,... Poetry Writing Challenge-2 1 63 Share Vandna Thakur 16 Feb 2024 · 1 min read बचपन का प्यार 💞बचपन का प्यार💞 याद आता है अब वो बचपन का जमाना वो बचपन का प्यारवो वखुशियों का खज़ाना हर कोई होता था हमारी नादानियों का दीवाना ना होती रोने की... Poetry Writing Challenge-2 · Love Life · Poem 212 Share Vandna Thakur 16 Feb 2024 · 2 min read मेरी कहानी मेरी जुबानी मैंने अपनी ज़िंदगी में बहुत कुछ देखा है जिसने बदल दी मेरे जीवन की रेखा है। छोटी उमर में घरवालों को दर्द सहते देखा है। दादा,दादी,चाचू,फूफा, और छोटी उम्र में... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Story 140 Share Buddha Prakash 16 Feb 2024 · 1 min read जल बचाओ , ना बहाओ जिस धरा मे बसते है जीवन, उस जीवन का एक ही आधार, जल ही जीवन, अमृत जीवन का, इसको बचाना महत्वपूर्ण है सदा। बिना जल के प्यास नहीं बुझती, प्राण... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 119 Share Previous Page 34 Next