Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

कविता

सुनसुन मुनमुन गुड़िया रानी

मां कहे लाडली बड़ी सयानी

प्यार से कितने नाम सुने है

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

झुन झुन पायल सुन सुन पापा

खिल खिल जाता उनका माथा

इतनी खुशियाँ लक्ष्मी लाई

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

बड़ी लगन से पढ़ती बिटिया

देख के दर्पण सजती बिटिया

घर के काम हाथ बटाती

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

ब्याही गई नया था अंगना

माई बाप भाई भी संग ना

सपने नये सजाने लागी

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

माँ से सीखे काम के जो गुन

पिता के संस्कारों को चुनचुन

साथ गांठ में बाँध के लाई

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

सास की सेवा पति की आशा

देवर जेठ नंद की भाषा

सुनकर समझ के चलने वाली

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी।

पूजा पाठ शयन व भोजन

ध्यान में रखती सबका क्या मन

कितनी शांत मौन हो पांखी

क्यों तेरे अंदर दुख की कहानी ।

सुखदुःख सबका ध्यान में रखती

भोर से रात तलक नहीं थकती

प्यार का एक भी बोल न जानी

इसलिए अन्तर दुख की कहानी।
नमिता शर्मा

Language: Hindi
54 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
shabina. Naaz
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
*
*"मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम"*
Shashi kala vyas
जीवन - अस्तित्व
जीवन - अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
गुप्तरत्न
सास खोल देहली फाइल
सास खोल देहली फाइल
नूरफातिमा खातून नूरी
सब की नकल की जा सकती है,
सब की नकल की जा सकती है,
Shubham Pandey (S P)
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
!! मुरली की चाह‌ !!
!! मुरली की चाह‌ !!
Chunnu Lal Gupta
**तुझे ख़ुशी..मुझे गम **
**तुझे ख़ुशी..मुझे गम **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दर्द लफ़ज़ों में
दर्द लफ़ज़ों में
Dr fauzia Naseem shad
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
surenderpal vaidya
उलझते रिश्तो में मत उलझिये
उलझते रिश्तो में मत उलझिये
Harminder Kaur
सफर वो जिसमें कोई हमसफ़र हो
सफर वो जिसमें कोई हमसफ़र हो
VINOD CHAUHAN
कुछ मत कहो
कुछ मत कहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिंदी साहित्य में लुप्त होती जनचेतना
हिंदी साहित्य में लुप्त होती जनचेतना
Dr.Archannaa Mishraa
धिक्कार है धिक्कार है ...
धिक्कार है धिक्कार है ...
आर एस आघात
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मिल लेते हैं तुम्हें आंखे बंद करके..
मिल लेते हैं तुम्हें आंखे बंद करके..
शेखर सिंह
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
gurudeenverma198
🙅भविष्यवाणी🙅
🙅भविष्यवाणी🙅
*प्रणय प्रभात*
*भरत चले प्रभु राम मनाने (कुछ चौपाइयॉं)*
*भरत चले प्रभु राम मनाने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
हमारा देश
हमारा देश
SHAMA PARVEEN
" छोटा सिक्का"
Dr Meenu Poonia
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
From dust to diamond.
From dust to diamond.
Manisha Manjari
तू नर नहीं नारायण है
तू नर नहीं नारायण है
Dr. Upasana Pandey
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
विवाह मुस्लिम व्यक्ति से, कर बैठी नादान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...