Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 45 Next Neerja Sharma 9 Jun 2023 · 1 min read अंजाना सफर अंजाना सफर जिंदगी का हर अगला दिन है अनजान सफर, क्या होने वाला है हर कोई है बेखबर। अपने ही घमंड में खोया है इंसान, सब कुछ पा लूंँगा सोचता... Poetry Writing Challenge 209 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 9 Jun 2023 · 1 min read पानी सिर से गुजर गया. ढूंढती है नज़र दर-बदर न जाने ओ किधर गया आँखों में खून उतर गया पानी सिर से गुजर गया. मानवता का साथ निभाने को संग उसके जाने को वक़्त भी... Poetry Writing Challenge 388 Share Neerja Sharma 9 Jun 2023 · 1 min read बादलों के झरोखे से, सावन की मुस्कान (करोना काल) बादलों के झरोखे से, सावन की मुस्कान कुछ दिन की उमस घुटन बादल घिरते , पर बरसे बिना निकल जाते .. रोज मन कहता बरसो बादल बरसो ... शाम को... Poetry Writing Challenge 193 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read माँ: खूबसूरत अहसास...!!!! कभी छोटे थे….. बचपन था, नादानी थी। आज जब वक़्त के तराजू में खुद को देखा…… तो पाया, बची थी बचपन की वो यादें, कुछ माँ के प्यार की निशानी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 283 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read रक्षा- बंधन...!!!! रेशम की डोर का है यह बंधन हर सावन में आए नाम है इसका रक्षाबंधन राखी सिर्फ धागा नहीं एक विश्वास होती है बहन आएगी राखी पर भाई की ये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 390 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read बरगद और बुजुर्ग बरगद और बुजुर्ग ~~~~~~~~~~~ रहते हैं जीवन में जीवन में जब तक बरगद और बुजुर्ग छू नहीं पाता दुख लेशमात्र भी कभी....! सुख की छाया बनी रहती है निरंतर दुख... Poetry Writing Challenge 234 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read टूट गया नीड़ टूट गया नीड़ —————- काट दिये तुमने वे सारे वृक्ष घर जिन पर अपने भगीरथ श्रम से हमने बनाये थे घास-फूस के छोटे-छोटे नीड़ अपने बच्चों के लिए, उनमें रखे... Poetry Writing Challenge 1 281 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पिता:एक अनूठी अभिव्यक्ति...!!!! पिता ने संघर्षों को चुना या संघर्षों ने पिता को चुना… यह मैं आज तक ना समझ पायी। बस इतना मालूम है… पिता ही हैं जिनके कारण, मेरे जीवन में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 275 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read सुनो! सुनो! रे मानव! अपनी उत्कट लालसा के वशीभूत हो शहरों को कंक्रीट का जंगल बना दिया शहरों से मन न भरा तो आसपास के गाँव, खेती योग्य भूमि को भी... Poetry Writing Challenge 225 Share Aarti Ayachit 9 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक - "सहयात्री"(19) *सहयात्री* भोली सी सकुचाई सी दो छोटे बच्चों को लिए साथ जैसे ही वह रेल में चढ़ी, वैसे ही हलचल मचाती रेल स्टेशन से चल पड़ी, अब वो अदब से... Poetry Writing Challenge 2 734 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी…!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम… देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 317 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read उम्र के साथ उम्र के साथ बदलने लगे हैं सपने छूटने लगी हैं इच्छाएँ लगता था पहले जो सार्थक अब लगने लगा निरर्थक सिमट कर बहुत छोटी हो गई दुनिया सारे तीर्थ एकत्रित... Poetry Writing Challenge 198 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read ज़िंदगी...!!!! आसान हो जाती है जिंदगी... जब सीख लेते हैं दर्द में भी मुस्कुराना। रिश्तों में साजिशों की गहराई है... फिर भी किसी के लिए द्वेष भाव क्या रखना- माफ़ करना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 286 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read अपने पास पाती हूँ अपने पास पाती हूँ तुम्हारी यादों में जब-जब डूबती हूँ हो जाता है मेरा नित्य गंगा स्नान, जब भी हो आती हूँ मायके के घर सिमट आते हैं सारे के... Poetry Writing Challenge 243 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चलो खुद के अंदर आज हम एक दीपक जलाएँ…. चलो खुद के अंदर… आज हम एक दीपक जलाएं, अपने अंदर बसे अंधकार को प्रज्वलित लौ से मिटाएं। मनुष्यता का धर्म हम कुछ तो अपनाएं… सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम राम की... Poetry Writing Challenge · कविता 2 103 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का टूटता हुआ मंजर…. निभाई हमने सभी मोहब्बत की कसमें, निभाई हमने वफा- ए- इश्क की सारी रस्में। दिल की बाजियाँ खेली गई… मोहब्बत- ए- बाजार में, उसपर मरकर… जीते रहे हम उसी के... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 113 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read गोवर्धन पूजा गोवर्धन पूजा कार्तिक मास दशुक्ल पक्ष की प्रतिपदा होती है सम्पन्न गोवर्धन पूजा, प्रेम से करते हैं गाय-बछड़े,भैंस और बैलों की पूजा करते हैं टीका रंगों से सजाते हैं उन्हें... Poetry Writing Challenge 104 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read एहसास- पुरानी यादों का…. एक एहसास जगा है… पुरानी कुछ बातों का, पुरानी कुछ यादों का, उन सभी कसमों का, उन सभी टूटे हुए वादों का। जो देखा था सपना मिलकर हमने, वो पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 92 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read अलविदा हो गए…!!!! हमेशा हमेशा के लिए जुदा हो गए… कुछ यूँ वो जिंदगी से अलविदा हो गए। कल और आज में हमारी दुनिया बदल गयी… और हम मोहब्बत में फ़ना हो गए।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 178 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read बेजुबां जीव...।।। बेजुबां की है एक ये दास्तां…… था कुछ ऐसा उसके जीवन का कारवां। रोज़ आता है वो घर पर….. स्नेहपूर्ण आँखों से है देखता, रोटी की आस लेकर, वो हमारे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 80 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ...!!! ख्वाबों के टूटते ही, आज मेरे आँसूं इस कदर बह रहे हैं……. बिना कुछ बोले मेरे, मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ कह रहे हैं। ये दर्द जो दिल में छिपा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 62 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read द माउंट मैन: दशरथ मांझी बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान, दशरथ मांझी था उसका नाम। पत्नी की आकस्मिक मौत से, उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान। विषम परिस्थिति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 142 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read नारी जागरूकता...!!! सड़कों पर चीर हरण होता है, बेटियों का मरण होता है। अभी भी हैं दुर्योधन, दुशासन, अभी भी है अधर्मी शासन। बेटियों को अब द्रौपदी नहीं काली बनना है, क्योंकि….... Poetry Writing Challenge · कविता 1 82 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell…. जिंदगी जीना उसके लिए दुश्वार था, चौवालीस दिन ना जाने कैसे झेला उसने वो वार था। 17 साल की बच्ची के साथ… खेल जीवन ने खेला या कुदरत ने मालूम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 142 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read जीवन के बुझे हुए चिराग़…!!! नादां उम्र में कर बैठे हम एक गलती… कुछ इस कदर बुझे फिर खुशियों के चिराग़, न ही मौत से रूबरू हुए न ही बची जीवन की हस्ती … नादां... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 187 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Jun 2023 · 1 min read कविता : वैराग्य आसक्ति हुई जब माया से, मृगतृष्णा में मन दौड़ा जाए। तृप्ति कभी भी यूँ मिले नहीं, कम दिखता जितना जोड़ा जाए।। फल आसक्ति त्याग मानव तू, वैराग्य तभी धारण कर... Poetry Writing Challenge 2 2 351 Share Taj Mohammad 9 Jun 2023 · 1 min read भटक ना जाना तुम। भटक ना जाना तुम, अन्जानी राहों में!!! आसमां छू लेना तुम, हिम्मत के परवाजों से!!! विचारों से बनता है, आकार मन का!!! सपनों से सजता है, संसार दिल का!!! मुश्किल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 431 Share Kapil Kumar Gurjar 9 Jun 2023 · 1 min read डर जंगल में पेड़ थे तो उसे डर था कहीं से आग ना भड़क उठे जंगल से पेड़ खत्म हुए तो वीरानी ने मार डाला इतना फ़र्क पड़ता है किसी के... Poetry Writing Challenge 2 320 Share Taj Mohammad 9 Jun 2023 · 1 min read बेवजह कदमों को चलाए है। हमें मिलता नही सुकूँन हम कहां जाए, बेवजह कदमों को चलाए है।।1।। ऐ जिन्दगी कुछ कर ख्याल हमारा भी, वक्त के हम बड़े ही सताए है।।2।। मेरी भी दुआओं में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 329 Share Mahender Singh 9 Jun 2023 · 1 min read दोहे - अटपटे वादा खिलाफी न करो, ये चरित्र पर दाग, बोलने से पहले सोच, भड़क न जाये आग. . अनुभवहीन के भाष सुन खोते अपने मूल. कुदरत की महिमा कांटों संग खिलते... Poetry Writing Challenge 1 328 Share Santosh Soni 9 Jun 2023 · 1 min read सविता की बहती किरणें... पसरा सन्नाटा सड़कों पर, धूप ने डेरा डाला। सविता की बहती किरणों ने, फिर प्राणों को उबाला।। अर्घ्य दिया भानु को लेकिन है, गुस्से का खारा बड़ा। तेंवर सप्त तुरंगी... Poetry Writing Challenge 2 347 Share Ruchi Dubey 9 Jun 2023 · 1 min read हम सभी की दिवाली मन जाएं अगर मन की देहरी पर आशा के दीप जल जाए, तो हर संकल्प को नयी रोशनी मिल जाएं। अगर विश्वासों के तार को झंकार मिल जाएं, तो हर कल्पना को... Poetry Writing Challenge 3 361 Share ललकार भारद्वाज 9 Jun 2023 · 1 min read जागो सोने वालो मैं भारत के कण-कण में, मैं बसा हुआ हूँ इस रण में। है ऋण बहुत मुझपे इसका, है जीवन मेरा भी इसका।। यह आर्यव्रत संपूर्ण मेरा, मैं आर्यपुत्र भी कहलाऊ।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 4 376 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Jun 2023 · 1 min read कविता : क्यों व्यर्थ चिंता करते हो? कुछ भी नहीं है हाथो में, क्यों व्यर्थ चिंता करते हो? फल कर्म जैसा मिलता है, क्यों बात भूला करते हो? भूलो बुराई बद बातें, संसार ज़न्नत पाओगे। भगवान जीवों... Poetry Writing Challenge 2 277 Share नेताम आर सी 9 Jun 2023 · 1 min read मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो। मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो, मुझे मशीन मत बनाओ। उत्पादन की ललक, पैसों की खनक के लिए, मुझे 12-14-16 घंटे काम मत कराओ। मैं इन्सान हूं . .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 216 Share Mahender Singh 9 Jun 2023 · 1 min read दोहे खटपट जैसे भाव मन में हैं वैसा ही धरातल तैयार, प्रेम भाव से सींचा करो उग आयेगा प्यार.. . जिस देश में गूंजती, महिलाओं की चीख, ऐसे दरिंदे देखो देते ,,... Poetry Writing Challenge 1 372 Share रामनारायण कौरव 9 Jun 2023 · 1 min read गुरु महिमा, परमपूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य जी को समर्पित हे गुरु मेरे तुम्हीं बता दो,गाथा कैसे गाऊं बस में मेरे बस इतना हैं,माथा चरण नवाऊँ। हे गुरु मेरे तुम्हीं बता दो,गाथा कैसे गाऊं। शरण आपकी आकर ,इस जग को... Poetry Writing Challenge 2 350 Share Ghanshyam Poddar 9 Jun 2023 · 1 min read सही सलामत कितने हुए क़त्ल, कितने हुए लहू - लुहान कितने क़ी आबरू बची, कितने हुए हल्कान. कितने जेल गए, कितने कटघरे मे खड़े ल -दो के फेर में, अ -ब हो... Poetry Writing Challenge 1 369 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2023 · 1 min read हनुमान वंदना चौपाई छंद हनुमान की शोभा न्यारी । लाल देह मुद्गर कपि धारी।। राम नाम रटते दिन राती। राम लखन सीता मन आती।। शंकर स्वयं नाम बजरंगी । राम कथा हित... Poetry Writing Challenge 1 194 Share Mahender Singh 9 Jun 2023 · 1 min read दोहे - सरपट मानक मणियां पहनकर, पारख लाज लगाव, बिन सुध बुध ठोकर खाये,आये कौन बचाव,. . मनोरंजन के खेत में बोये जाते संज्ञाहरण बीज, मनोभंजन एक कला, लौट आयेंगे सब अजीज़. .... Poetry Writing Challenge 1 175 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read योगेश्वर बनो सत्य की गर्दन मरोड़ने का कार्य अनवरत जारी गढ़ रहे हैं सत्य की नई परिभाषाएं देखते देखते हर एक के सामने उतर रहे हैं द्रोपती के वस्त्र कृष्ण अदृश्य ,पुकार... Poetry Writing Challenge 1 230 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read ऐसे ही तुम्हे पैसे का बुखार ,,सही कहो न यार ,, या वही बोतल की धार ,,या फिर नदिया के पर .. मिला जब से ताज ,भैया आप ही को राज नहीं... Poetry Writing Challenge 1 297 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read नेत्र सजल कुछ चिर पुलकावनि क्यों नेत्र सजल है जबकि तुम समीप ही बैठी हो,, साये सी बनी,, छाया किये फिर शीतल समीर क्यों कमजोर कौन सी पीड़ा ह्रदय मुक्त .मृदुल स्पर्श... Poetry Writing Challenge 1 331 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read जन्नत चिंतन ऐसा हो ,जिससे आपका वंदन हो । काम ऐसा हो जिससे बंद जन क्रंदन हो ..। जन की पीड़ा को एकबार समझ कर तो देखिये । दीन दुखियों को... Poetry Writing Challenge 1 215 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक रोज बिक रहे हैं सामान की तरह .। कर रहे बर्ताव हैवान की तरह । आखों में स्वार्थ के सिवा कुछ नहीं , रोज खुल बंद हो रहे दुकान की... Poetry Writing Challenge 1 268 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read दस्तक सुन नहीं पाया दस्तक ख़ुशी खटखटाती रही रात भर मैं प्रपंचों की चादर ताने , ओढ़ कर पूरे विश्व को सुधारता रहा समाज ,काल , परिस्थिति । भगाता रहा शांति... Poetry Writing Challenge 1 100 Share Dr. Bharati Varma Bourai 9 Jun 2023 · 1 min read पेड़ पेड़ ——— हमारी तरह हँसते/रोते हैं पेड़ दर्द में चिल्लाते भी हैं जब कोई मारता/पीटता काटता हैं उन्हें, पर कोई नहीं सुनता उनकी चिल्लाहट, किसी को नहीं दिखता उनका दर्द,... Poetry Writing Challenge 1 359 Share Manu Vashistha 9 Jun 2023 · 1 min read गर्मी की छुट्टियां गर्मी की छुट्टियां __ गर्मी की छुट्टी और गांव ननिहाल में जाना बच्चों को मिल जाता जैसे कोई खजाना कुछ दिन होगी खूब, मटरगश्ती मनमानी आईसक्रीम, चुस्की, कुल्फी रोज है... Poetry Writing Challenge 2 404 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 9 Jun 2023 · 1 min read यूं चुप से वो यूं चुप से क्यूं हो तुम कुछ तो बोलो क्या हुआ है तुम्हें? खफा हो क्या हमसे या हो उदास तुम किसी ने कुछ कहा या हो तन्हा तुम बताओ... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 2 278 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 9 Jun 2023 · 1 min read आज फिर आज फिर उसी दौर से गुजर रही हूं Aaj Fir Usi Daur se Guzr Rhi hu आज फिर दिल मेरा आहत है बहुत Aaj fir dil mera aahat h bahut... Poetry Writing Challenge · AditiAngel · SilentEyes · शायरी 3 343 Share Previous Page 45 Next