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9 Jun 2023 · 1 min read

जन्नत

चिंतन ऐसा हो ,जिससे आपका वंदन हो ।
काम ऐसा हो जिससे बंद जन क्रंदन हो ..।

जन की पीड़ा को एकबार समझ कर तो देखिये ।
दीन दुखियों को अपना बनाकर तो देखिये ।

है कही अगर जन्नत तो पाएंगे उनमें ,
है कही अगर इश्वर तो दिख जायेगा उनमे।।

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