Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2023 · 1 min read

“फितरत”

अजीब है इंसानी फितरत
वो करता है कद्र
किसी चीज की
सिर्फ दो बार ही,
एक तो
मिलने से पहले
दूसरी मर्तबा
खो देने के बाद ही।

इंसान ये भूल जाता
कि वो खोते जा रहे
दिन-ब-दिन
अपनी जिन्दगी के दिन,
आधा सो करके
और आधा कर्म बिन।

कई बार छेड़ देते
नुक्तों पर बहस
तो कभी हिज्जे पर चर्चा,
वो भूल जाता
कितना उपयोग किया
कितना बिन काम का खर्चा।

उसकी मति फिर जाती है,
जिन्दगी मौत से घिर जाती है।

(नव-सृजित कविता)

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्यकार/प्रशासनिक अधिकारी
बेस्ट पोएट ऑफ दी ईयर-2023

75 Likes · 123 Comments · 1825 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
Buddha Prakash
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
कृष्णकांत गुर्जर
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
भीड़ की नजर बदल रही है,
भीड़ की नजर बदल रही है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कौन सुने फरियाद
कौन सुने फरियाद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
बचपन मिलता दुबारा🙏
बचपन मिलता दुबारा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
gurudeenverma198
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
जिंदगी कुछ और है, हम समझे कुछ और ।
sushil sarna
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
पूर्वार्थ
"इच्छा"
Dr. Kishan tandon kranti
7. तेरी याद
7. तेरी याद
Rajeev Dutta
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हाथों में गुलाब🌹🌹
हाथों में गुलाब🌹🌹
Chunnu Lal Gupta
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
खल साहित्यिकों का छलवृत्तांत / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
शक्तिशालिनी
शक्तिशालिनी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
Gouri tiwari
पिता (मर्मस्पर्शी कविता)
पिता (मर्मस्पर्शी कविता)
Dr. Kishan Karigar
3225.*पूर्णिका*
3225.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निजी विद्यालयों का हाल
निजी विद्यालयों का हाल
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
'उड़ान'
'उड़ान'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जननी-अपना देश (कुंडलिया)
जननी-अपना देश (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ऐ वतन
ऐ वतन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
The sky longed for the earth, so the clouds set themselves free.
Manisha Manjari
* विदा हुआ है फागुन *
* विदा हुआ है फागुन *
surenderpal vaidya
■चन्दाखोरी कांड■
■चन्दाखोरी कांड■
*Author प्रणय प्रभात*
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
Surinder blackpen
लालची नेता बंटता समाज
लालची नेता बंटता समाज
विजय कुमार अग्रवाल
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
सीख ना पाए पढ़के उन्हें हम
The_dk_poetry
Loading...