■ लघु व्यंग्य-
■ लघु व्यंग्य / गदगद
【प्रणय प्रभात】
पूरे 365 दिन रोशनी और ऊर्जा देने वाले सूर्यदेवता आज भारी गदगद थे। पूरे 364 दिनों के बाद हज़ारों लोगों ने सामूहिक नमस्कार जो किया था उन्हें। अब उन्हें अगले 364 दिन बाद फिर इसी दिन का इंतज़ार है। जब सामूहिक नमस्कार करने वालों की संख्या लाखों में होगी। उन्हें शायद पता है कि अगला साल और बड़े चुनाव का है।