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12 Feb 2024 · 1 min read

ममता का रूप है नारी

ममता का रूप है नारी
त्याग की मूरत है नारी
क्षमा का भंडार है नारी
घर की गृहणी है नारी
ईश्वर का वरदान है नारी
जग की भवानी है नारी
जगत की जननी है नारी
पति की संगिनी है नारी
शक्ति की पहचान है नारी
आंगन की शोभा है नारी
समर्पण का भाव है नारी
करुणा का सागर है नारी
दया की स्वामिनी है नारी
जीवन का आधार है नारी
खुशियों का संसार है नारी
जख्मों का उपचार है नारी
पिता का अभिमान है नारी
रिश्तों की पराकाष्ठा है नारी
सहनशीलता का नाम है नारी
प्रकृति की सुंदर रचना है नारी
सम्मान की अधिकारी है नारी।

– सुमन मीना (अदिति)

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