Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2023 · 1 min read

“साम”,”दाम”,”दंड” व् “भेद” की व्यथा

साम”,”दाम”,”दंड” व् “भेद” की व्यथा

जब से सरकार ने घोषित किये हैं पांच प्रदेशों के चुनाव,
“साम”;”दाम”, “दंड” व् भेद” पर बढ़ गया है दबाव।

ये चारो पीड़ित मित्र परिवेदन लेकर पहुंचे ऊपर-वाले के दरबार,
बोले,” हे प्रभु! आजकल हम पर हो रहा है अत्यंत भारी अत्याचार।

दिखता है कि दलों ने ” नीति ” को अपने से कर दिया है दूर,
पर हम चारो से दिन-रात अनवरत काम करवा रहे हैं भरपूर।

राजनीतिक दलों में दिख रहा है एक अज़ीब सा उन्माद,
कुरेद कर एक-दूसरे के घाव,दिखा रहे हैं बुराई का मवाद।

हे सर्वज्ञाता! आप को तो पहले से ही होगा हमारी पीड़ा का ज्ञान,
कैसे हम पर बोझ बढ़ाता जा रहा है आपकी अनुपम कृति इंसान!

सभी श्रमिकों के लिये है अवकाश व् विश्राम के नियमों का प्रावधान,
हे कृपानिधान! इनके उलंघन का हमारे सन्दर्भ में अवश्य लें संज्ञान।

सत्ता की दौड़ में हमारे योगदान का इन दिनों हो रहा है सब ओर बड़ा नाम,
पर उपेक्षा का अहसास कराती है “नीति” जिसके पास नहीं है पर्याप्त काम।

हे सृष्टि- नियंता! आप कि ऐसी हो अनुकम्पा कि नेता समझ जायें,
वे हमें दें अब कुछ आराम और ” नीति ” से भी पूरा काम करायें ”

डॉ हरविंदर सिंह बक्शी
9-11-2023

190 Views

You may also like these posts

Allow yourself
Allow yourself
Deep Shikha
■आज की ज़रूरत■
■आज की ज़रूरत■
*प्रणय*
परिणति
परिणति
Shyam Sundar Subramanian
किसी को उदास पाकर
किसी को उदास पाकर
Shekhar Chandra Mitra
किसी का खौफ नहीं, मन में..
किसी का खौफ नहीं, मन में..
अरशद रसूल बदायूंनी
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
सारे गिले-शिकवे भुलाकर...
Ajit Kumar "Karn"
तेरे  कहने पे ही तुझसे,किनारा कर लिया मैंने
तेरे कहने पे ही तुझसे,किनारा कर लिया मैंने
Dr Archana Gupta
#श्याम की गोपियां
#श्याम की गोपियां
Radheshyam Khatik
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ।
ज़िंदगी सबको अच्छी लगती है ।
Dr fauzia Naseem shad
🥰🥰🥰
🥰🥰🥰
शेखर सिंह
*******प्रेम-गीत******
*******प्रेम-गीत******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विवश मन
विवश मन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
न किसी से कुछ कहूँ
न किसी से कुछ कहूँ
ruby kumari
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
सृजन
सृजन
Mamta Rani
!!! होली आई है !!!
!!! होली आई है !!!
जगदीश लववंशी
तुमने की दग़ा - इत्तिहाम  हमारे नाम कर दिया
तुमने की दग़ा - इत्तिहाम  हमारे नाम कर दिया
Atul "Krishn"
मुलाकात
मुलाकात
Santosh Soni
Life equations
Life equations
पूर्वार्थ
"प्रेम सपन सलोना सा"
Dr. Kishan tandon kranti
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा
आर.एस. 'प्रीतम'
ज़िम्मेदारियों ने तन्हा कर दिया अपनों से,
ज़िम्मेदारियों ने तन्हा कर दिया अपनों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
तुम्हारी जय जय चौकीदार
तुम्हारी जय जय चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
रे मन  अब तो मान जा ,
रे मन अब तो मान जा ,
sushil sarna
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
Manisha Manjari
Loading...