Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2021 · 1 min read

हिफाजत मां बहन बेटी की, खुदा की इबादत होगी

हिफाजत मां बहन बेटी की, खुदा की इबादत होगी
हां,जन्नत ही तो है वो धरती, जहां उनकी इज्जत होगी
महीनों पेट में रखकर,लहू अपना पिला रहीं होंगी
कष्टों से तुझे पाकर,हर पल मुस्करा रहीं होंगी
जिंदगी की राहों में तुझे, हस्ती बना रहीं होंगी
खुद का कुर्बान कर जीवन, जीवन संवार रहीं होंगी
मुश्किलें जीवन में जब-जब, तुम पर रहीं होगीं
मां बहन बेटियां ही, आंचल बिछा रहीं होंगी
सदा सुखी रहे तू जीवन में,दे रहीं दुआएं होंगी
पग पग तेरे लिए अपनी, खुशियां लुटा रहीं होंगी
बनकर तेरी परणीता कोई, आशा जगा रही होगी
नहीं चाहिए कुछ भी उन्हें, ढेर एहसान के बदले
तुम्हारे दर्द को भी अपने, दिल में छुपा रहीं होंगी
इंसान कितना है खुदगर्ज, एहसान फरामोश
कैंसे महिलाओं की, दुनिया में हिफाजत होगी
समझ त्याग बलिदान उनका,न अत्याचार कर उन पर
हिफाजत मां बहन बेटी की, खुदा की इबादत होगी

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

6 Likes · 6 Comments · 570 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
*** चंद्रयान-३ : चांद की सतह पर....! ***
VEDANTA PATEL
ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे - संदीप ठाकुर
ख़यालों में रहते हैं जो साथ मेरे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
कितना दूर जाना होता है पिता से पिता जैसा होने के लिए...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
कणों से बना हुआ समस्त ब्रह्मांड
कणों से बना हुआ समस्त ब्रह्मांड
ruby kumari
कुछ भी
कुछ भी
*प्रणय*
घर
घर
Ranjeet kumar patre
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
अस्त- व्यस्त जीवन हुआ,
sushil sarna
सब तमाशा है ।
सब तमाशा है ।
Neelam Sharma
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
पूर्वार्थ
कर ले प्यार
कर ले प्यार
Ashwani Kumar Jaiswal
ज़माने की नजर में बहुत
ज़माने की नजर में बहुत
शिव प्रताप लोधी
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
“ऐसी दोस्ती”
“ऐसी दोस्ती”
DrLakshman Jha Parimal
सौदागर हूँ
सौदागर हूँ
Satish Srijan
दर परत दर रिश्तों में घुलती कड़वाहट
दर परत दर रिश्तों में घुलती कड़वाहट
Mamta Rani
"जिन्दादिली"
Dr. Kishan tandon kranti
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
न‌ वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा-
Shreedhar
बिटिया विदा हो गई
बिटिया विदा हो गई
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
*
*"ऐ वतन"*
Shashi kala vyas
4665.*पूर्णिका*
4665.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
Ravi Prakash
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
Meenakshi Masoom
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
जी हमारा नाम है
जी हमारा नाम है "भ्रष्ट आचार"
Atul "Krishn"
जीवन में प्यास की
जीवन में प्यास की
Dr fauzia Naseem shad
यदि आप स्वयं के हिसाब से परिस्थिती चाहते हैं फिर आपको सही गल
यदि आप स्वयं के हिसाब से परिस्थिती चाहते हैं फिर आपको सही गल
Ravikesh Jha
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Ajay Mishra
दोहा बिषय- दिशा
दोहा बिषय- दिशा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...