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22 May 2024 · 1 min read

ज़माने की नजर में बहुत

ज़माने की नजर में बहुत
बुरा इंसान बनता जा रहा हूं मैं
दरअसल खुद के लिए बहुत
अच्छा बनता जा रहा हूं मैं
शिव प्रताप लोधी

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