कहीं और हँसके खुशियों का इज़हार करते हैं ,अपनों से उखड़े रहकर कहीं और हँसके खुशियों का इज़हार करते हैं ,अपनों से उखड़े रहकर उनका तिरस्कार करते हैं !!@परिमल