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8 May 2024 · 1 min read

सब तमाशा है ।

दिल ये कहता है सब तमाशा है ।
जिंदगी क्या है बस तमाशा है ।

आदमी है ख़ुदा की कठपुतली
देख दुनिया ग़ज़ब तमाशा है ।

जा उठा करके देख तू पर्दा
हर जगह बे-सबब तमाशा है ।

वक्त के खाली खाली पन्नों पर
रिश्ते – नाते सभी तमाशा हैं।

रुख़ ज़माने की हवा का नीलम
कल तमाशा था अब तमाशा है ।
नीलम शर्मा ✍️

1 Like · 27 Views
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