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31 Dec 2023 · 1 min read

“समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना

“समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना
ख़ुशी ग़म जो तुम्हें हासिल ये कर्मों का तक़ाज़ा है”

शब्दार्थ- हासिल- प्राप्त हुए, तक़ाज़ा- माँग

आर. एस. ‘प्रीतम’

1 Like · 419 Views
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