अभिव्यक्ति - मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत" - भाग- 01 Desert Fellow Rakesh Yadav
तुम जख्म देती हो; हम मरहम लगाते हैं
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं ,
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई - पुण्यतिथि - श्रृद्धासुमनांजलि
💐प्रेम कौतुक-177💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुल जाये यदि भेद तो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
23/155.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
खुश रहने वाले गांव और गरीबी में खुश रह लेते हैं दुःख का रोना