Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2024 · 1 min read

सत्य की खोज

एक जीवन सत्य की खोज में ,

भ्रांतियों के समुद्र में डूबता, उबरता ,
निष्ठुर प्रकृति की मार को झेलता ,

त्रासदियों के कष्टों का सामना करता ,
क्रोध ,दंभ , द्वेष, लालसा, वासना से निरापद रहता,

फिर भी अनवरत अपने पथ पर अग्रसर रहता,
इससे अनभिज्ञ कि स्वतंत्र सत्य का अस्तित्व नहीं होता,

केवल सत्यता का ही अस्तित्व होता है,
जिसमें अव्यक्त असत्य का अंश होता है,

जिससे सत्य का प्रभाव क्षीण नहीं होता है ,
अस्तुः , असत्य हर संभव सत्य में विद्यमान होता है।

3 Likes · 2 Comments · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चौपाई छंद
चौपाई छंद
Subhash Singhai
नींद
नींद
Vindhya Prakash Mishra
बेटी की मायका यात्रा
बेटी की मायका यात्रा
Ashwani Kumar Jaiswal
किसी की फर्माइशे नाज़ उठाने में,
किसी की फर्माइशे नाज़ उठाने में,
श्याम सांवरा
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
साल 2024… लीप ईयर के बजाय पेपर लीक ईयर के नाम से क्यों जाना
साल 2024… लीप ईयर के बजाय पेपर लीक ईयर के नाम से क्यों जाना
Shakil Alam
युग बदल गया
युग बदल गया
Rajesh Kumar Kaurav
कभी सोचा हमने !
कभी सोचा हमने !
Dr. Upasana Pandey
कुहुक कुहुक
कुहुक कुहुक
Akash Agam
मेरे खिलाफ वो बातें तमाम करते हैं
मेरे खिलाफ वो बातें तमाम करते हैं
पूर्वार्थ
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अंधेरा मन का
अंधेरा मन का
Rekha khichi
☺️☺️
☺️☺️
*प्रणय प्रभात*
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
कहां जाके लुकाबों
कहां जाके लुकाबों
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
त्रिपदिया
त्रिपदिया
Rambali Mishra
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
Mohan Pandey
" सम्मान "
Dr. Kishan tandon kranti
- कलयुग -
- कलयुग -
bharat gehlot
इतिहास जानता था कि अब वो जाने वाली है
इतिहास जानता था कि अब वो जाने वाली है
Jitendra kumar
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नजरे तो मिला ऐ भरत भाई
नजरे तो मिला ऐ भरत भाई
Baldev Chauhan
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
*बहुत सुंदर इमारत है, मगर हमको न भाती है (हिंदी गजल)*
*बहुत सुंदर इमारत है, मगर हमको न भाती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सोन चिरैया
सोन चिरैया
Mukta Rashmi
दिल कें आईने में तस्वीर तुम्हारी छुपा ली है,
दिल कें आईने में तस्वीर तुम्हारी छुपा ली है,
Vaishaligoel
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
अपना गॉव
अपना गॉव
MEENU SHARMA
Loading...