शायरी
शायरी (प्रेम मिलेगा)
प्रेम मिलेगा निश्चित जानो।
बात अटल यह निश्चित मानो।
हो पावन संकल्प अपरिमित।
प्रेम राह को निश्चित ठानो।
धोखा देने में धोखा है।
धोखे को निश्चित पहचानो।
प्रीति स्वयं है मधुर समंदर।
लहरों को प्रिय अमृत जानो।
सदा पिलाओ प्रेम सिन्धु रस।
करता अति आकर्षित मानो।
थोड़ा प्यार अधिक हो जाता।
प्रेम यज्ञ को निश्चित ठानो।
पीना और पिलाना सीखो।
स्नेह बढ़ेगा निश्चित जानो।
है अनंत शुभ सत्य मनोरम।
प्यार अमूल्य सुशोभित ध्यानो।
केवल देते रहना प्यारे।
प्यार मिलेगा निश्चित मानो।
कवि रत्न डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।