इंद्रियों की भूख ही व्यक्ति को अपने मौलिक जीवन के लक्ष्य से
इंद्रियों की भूख ही व्यक्ति को अपने मौलिक जीवन के लक्ष्य से भटका देती है वासना की भूख, पेट की भूख,धन की भूख, ऐशो आराम की चाहत ,पद की भूख यही सारी क्रियाओं में इंसान इस अमूल्य जीवन को गंवा देता है।
RJ Anand prajapati