Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#11 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
288 Followers
Follow
Report this post
22 Mar 2024 · 1 min read
“वरना”
“वरना”
शब्द हों या जिन्दगी
व्यवस्थित हों
तभी अर्थ है,
वरना सब व्यर्थ है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 105 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
घुटन
शिवम राव मणि
क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
लोकतंत्र का पर्व महान - मतदान
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
घर बाहर जूझती महिलाएं(A poem for all working women)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कुछ औरतें खा जाती हैं, दूसरी औरतों के अस्तित्व । उनके सपने,
पूर्वार्थ
थक चुका हूँ बहुत अब.., संभालो न माँ,
पंकज परिंदा
हर दिल गया जब इस क़दर गुनहगार हो
Ahtesham Ahmad
बाबर के वंशज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जो कण कण में हर क्षण मौजूद रहता है उसे कृष्ण कहते है,जो रमा
Rj Anand Prajapati
वासियत जली थी
भरत कुमार सोलंकी
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
मेरी पहली कविता ( 13/07/1982 ) " वक्त से "
Mamta Singh Devaa
हिम्मत कभी न हारिए
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
सत्य समझ
Rajesh Kumar Kaurav
एक मजदूर ने सिखाया
Krishna Manshi
😊😊😊
*प्रणय*
चांद शेर
Bodhisatva kastooriya
अतीत की स्मृतियों से
Sudhir srivastava
बाजार री चमक धमक
लक्की सिंह चौहान
हमें पदार्थ से ऊर्जा और ऊर्जा से शुद्ध चेतना तक का सफर करना
Ravikesh Jha
आखिर किसमें "दोष" था
Anand Kumar
"वीर सेनानी"
Shakuntla Agarwal
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
कभी.....
देवराज यादव
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
अक्सर समय बदलने पर
शेखर सिंह
वो सड़क का मोड़
सुशील भारती
जीवन है अनमोल
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...