Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 2 min read

बाबर के वंशज

बाबर की बर्बरता की गवाही, आज भी देती है अवध की भूमि।
कई लाशों के ढ़ेर पे चढ़ते हुए, उसने राज-गद्दी की थाती चूमी।
हर बार भरोसा दिलाया गया, अन्त में सारे हिंदुओं से हुई दगा।
अब भला किस पर भरोसा करते, यहाँ हमें कोई न मिला सगा।

जिन्हें अधर्म पे शर्म न आए, उनका तो अंतर्मन भी निर्लज्ज है।
जो दूसरों के हक़ की ज़मीन छीनें, वो सभी बाबर के वंशज हैं।

मुगल सल्तनत के नीचे दबकर, बहुत सारे परिवार बर्बाद हुए।
जिस किसी का इनसे नाता रहा, वो स्वयं कभी न आबाद हुए।
उसने मंदिरों को तोड़कर, उनके स्थान पर मस्जिदें बना डालीं।
हमारी आस्था को ठेस लगाकर, धर्म की पोथियाॅं जला डालीं।

जो सदा विध्वंस को आतुर दिखें, वो सभी सोच से विदेशज हैं।
जो दूसरों के हक़ की ज़मीन छीनें, वो सभी बाबर के वंशज हैं।

जब धर्म के रण में उतरने लगे, पुजारी, साधु और महात्मा संत।
तब धीरे-धीरे होने लगा था, सर्वस्व अधर्म के अंधकार का अंत।
धर्म की इस व्यापक रैली को, जब युवाओं का साथ मिल गया।
तब अधर्मियों का दिल तो क्या, समूचा सिंहासन भी हिल गया।

उनका तेज इस विश्व में चमके, जैसे कोई प्रकाशवान सूरज है।
जो दूसरों के हक़ की ज़मीन छीनें, वो सभी बाबर के वंशज हैं।

जब भी समय परीक्षा लेगा, तो सबसे आगे देश का बेटा रहेगा।
जिस पथ पे शूल ही बिछे होंगे, उस पथ पे युवावर्ग लेटा रहेगा।
जो यौवन कल्याण का साक्षी होगा, वो सदा युग प्रणेता रहेगा।
कोठारी बंधुओं का अमर त्याग, पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।

जो धर्म में स्वयं समर्पित होते, वे सनातन का लहराता ध्वज हैं।
जो दूसरों के हक़ की ज़मीन छीनें, वो सभी बाबर के वंशज हैं।

Language: Hindi
4 Likes · 69 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भ्रम
भ्रम
Kanchan Khanna
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
Soniya Goswami
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
सेहत बढ़ी चीज़ है (तंदरुस्ती हज़ार नेमत )
सेहत बढ़ी चीज़ है (तंदरुस्ती हज़ार नेमत )
shabina. Naaz
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
Change is hard at first, messy in the middle, gorgeous at th
पूर्वार्थ
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
Shweta Soni
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
Rekha khichi
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
Krishna Manshi
राजाधिराज महाकाल......
राजाधिराज महाकाल......
Kavita Chouhan
बीते कल की रील
बीते कल की रील
Sandeep Pande
#मेरी_ग़ज़ल
#मेरी_ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आओ नया निर्माण करें
आओ नया निर्माण करें
Vishnu Prasad 'panchotiya'
अनंत का आलिंगन
अनंत का आलिंगन
Dr.Pratibha Prakash
यूँ इतरा के चलना.....
यूँ इतरा के चलना.....
Prakash Chandra
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
वक्त गर साथ देता
वक्त गर साथ देता
VINOD CHAUHAN
समर्पण
समर्पण
Sanjay ' शून्य'
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
प्रेम
प्रेम
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
फितरत की बातें
फितरत की बातें
Mahendra Narayan
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
लगता है आवारगी जाने लगी है अब,
लगता है आवारगी जाने लगी है अब,
Deepesh सहल
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
इंसान जिन्हें
इंसान जिन्हें
Dr fauzia Naseem shad
Loading...