Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

घुटन

घुटन
घुटता है दर-दर जिस्मो जिगर,
घुटता है मन, हर दिल बा-सफ़र ।
घुटती हैं कुछ यादें, कुछ नुमाईशें भी
घुटता है तो यूँ ज़िन्दगी का बसर ।।

घुटता है तानों-बानों का सर्द खंजर,
घुटता है रातों का वो भी एक पहर ।
घुटते हैं दिन-दिन दोपहर सभी
घुटता है तो शाम का सूर्ख मंजर ।।

घुटता है तारिक का तन्हा क़मर,
घुटता है सन्नाटों में सूखा सहर ।
घुटते हैं कई लम्हें यूँ बेकसी में
घुटता है तो कल्बे-ए-खुमां दर-ब-दर ।।

घुटता है ख़्वाबों का जहां अब्तर,
घुटता है इबारत का फीका शहर ।
घुटती है जुबान बगैर लफ्ज के
घुटता है तो कातिब हर्फ-ए-नज़र ।।

Language: Hindi
31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बरसात (पाँच दोहे)*
*बरसात (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर
जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
✒️कलम की अभिलाषा✒️
✒️कलम की अभिलाषा✒️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मत पूछो मेरा कारोबार क्या है,
मत पूछो मेरा कारोबार क्या है,
Vishal babu (vishu)
घनघोर इस अंधेरे में, वो उजाला कितना सफल होगा,
घनघोर इस अंधेरे में, वो उजाला कितना सफल होगा,
Sonam Pundir
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
रंग ही रंगमंच के किरदार है
रंग ही रंगमंच के किरदार है
Neeraj Agarwal
अपनी टोली
अपनी टोली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
श्री राम राज्याभिषेक
श्री राम राज्याभिषेक
नवीन जोशी 'नवल'
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भौतिकता
भौतिकता
लक्ष्मी सिंह
मंजिलें
मंजिलें
Santosh Shrivastava
नारी क्या है
नारी क्या है
Ram Krishan Rastogi
आई वर्षा
आई वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
फ़ब्तियां
फ़ब्तियां
Shivkumar Bilagrami
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
Anand Sharma
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
यह कलयुग है
यह कलयुग है
gurudeenverma198
2825. *पूर्णिका*
2825. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किसी से मत कहना
किसी से मत कहना
Dr.Pratibha Prakash
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
The blue sky !
The blue sky !
Buddha Prakash
"ये लालच"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल में जो आता है।
दिल में जो आता है।
Taj Mohammad
दूषित न कर वसुंधरा को
दूषित न कर वसुंधरा को
goutam shaw
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
Ranjeet kumar patre
"यादें"
Yogendra Chaturwedi
Loading...