रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
बच्चे पहले सीखते, सुनकर बुरा विचार।।
अच्छी आदत आपकी, मानो गंगा धार।
देखे चाहे अरु चखे, अमृत सरिस सत्कार।।
आर.एस. ‘प्रीतम’
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
बच्चे पहले सीखते, सुनकर बुरा विचार।।
अच्छी आदत आपकी, मानो गंगा धार।
देखे चाहे अरु चखे, अमृत सरिस सत्कार।।
आर.एस. ‘प्रीतम’