यक्षिणी- 25
जी
जिस समाज में पत्थर भी देवता है
पत्थर के लिंग और भग भी देवता प्रतिनिधि समझे जाएं
समझकर पूजे जाएं जहां
वहां स्तन अक्ष ढूंढ़
रमे मर्द लोग तो
किम आश्चर्यम?
जी
जिस समाज में पत्थर भी देवता है
पत्थर के लिंग और भग भी देवता प्रतिनिधि समझे जाएं
समझकर पूजे जाएं जहां
वहां स्तन अक्ष ढूंढ़
रमे मर्द लोग तो
किम आश्चर्यम?