झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
अभिव्यक्ति के प्रकार - भाग 03 Desert Fellow Rakesh Yadav
चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
हमने यूं ही नहीं मुड़ने का फैसला किया था
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
गोर चराने का मज़ा, लहसुन चटनी साथ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल ! दोनों ही स्थितियों में
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'