Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2024 · 1 min read

यादों पर एक नज्म लिखेंगें

यादों पर एक नज्म लिखेंगें
गीत बुनेंगें,ग़ज़ल कहेंगें
लफ़्ज़ों के मोती चुन-चुन
शाहकार बना दें,आओ

32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
तेरी ख़ामोशी
तेरी ख़ामोशी
Anju ( Ojhal )
झूठ रहा है जीत
झूठ रहा है जीत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
रमेशराज के शृंगाररस के दोहे
रमेशराज के शृंगाररस के दोहे
कवि रमेशराज
कलम
कलम
शायर देव मेहरानियां
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
DrLakshman Jha Parimal
2862.*पूर्णिका*
2862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Sakshi Tripathi
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
बुद्धिमान हर बात पर, पूछें कई सवाल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
Dr. Shailendra Kumar Gupta
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हरिगीतिका छंद
हरिगीतिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जी20
जी20
लक्ष्मी सिंह
अनुभूति
अनुभूति
Dr. Kishan tandon kranti
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
तानाशाहों का हश्र
तानाशाहों का हश्र
Shekhar Chandra Mitra
मुक्तक7
मुक्तक7
Dr Archana Gupta
पिताजी का आशीर्वाद है।
पिताजी का आशीर्वाद है।
Kuldeep mishra (KD)
🙅दद्दू कहिन🙅
🙅दद्दू कहिन🙅
*Author प्रणय प्रभात*
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
Anand Kumar
कान्हा प्रीति बँध चली,
कान्हा प्रीति बँध चली,
Neelam Sharma
आबरू भी अपनी है
आबरू भी अपनी है
Dr fauzia Naseem shad
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
gurudeenverma198
आजादी विचारों से होनी चाहिये
आजादी विचारों से होनी चाहिये
Radhakishan R. Mundhra
एहसास.....
एहसास.....
Harminder Kaur
Loading...