– मेरे दिल की कसक –
– मेरे दिल की कसक –
पाना चाहा अपनो से प्यार ,
अपनो से प्यार भी नही मिला,
चाहत पाने की पी एच डी पर उसमे भी रोड़ा अटका दिया,
जीवन की अभिलाषा नेट जीआरएफ,
लेक्चरर में बन जाऊ ,
अगर पी एच डी कर पाता तो डॉक्टरेट की मानद उपाधि को पाता,
मेरे जीवन की एक निजी थाती में मरने पर भी सम्मान पाता,
मेरे अपनो ने तोड़ दी मेरे लिए वो अंतिम आस,
कसक यह दिल में रह गई तीर के समान,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –