"तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया,
मै हिन्दी का शब्द हूं, तू गणित का सवाल प्रिये.
यदि कोई केवल जरूरत पड़ने पर
मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
#है_व्यथित_मन_जानने_को.........!!
जिसमें सच का बल भरा ,कहाँ सताती आँच(कुंडलिया)
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
कहमुकरी छंद विधान (सउदाहरण)
कभी उगता हुआ तारा रोशनी बांट लेता है
बुलेट ट्रेन की तरह है, सुपर फास्ट सब यार।