मुझे फ़र्क नहीं दिखता, ख़ुदा और मोहब्बत में । मुझे फ़र्क नहीं दिखता, ख़ुदा और मोहब्बत में । बदरंग नजर कैसे, मंदिर मजार में फ़र्क कर लेती है.।।