आप दिलकश जो है
मोहब्बत हमको है आपसे , आप दिलकश जो है।
करते हैं तारीफ हम आपकी,आप दिलकश जो है।।
मोहब्बत हमको है आपसे—————।।
आपका यह चेहरा हसीन, आपकी ये आँखें हसीन।
दीवाना हमको बनाती है, आपकी ये जुल्फें हसीन।।
हम देखते हैं तुम्हें बार बार, आप दिलकश जो है।
करते हैं तारीफ हम आपकी, आप दिलकश जो है।।
मोहब्बत हमको है आपसे————–।।
आपका यह हँसना हमको,लगता है गुलशन जैसा।
आपका यह प्यार हमको, लगता है हमदर्द जैसा।।
मांगते हैं तुमको खुदा से हम,आप दिलकश जो है।
करते है तारीफ हम आपकी, आप दिलकश जो है।।
हमको मोहब्बत है आपसे————–।।
यह आपकी मासूम शरारत, मदहोश हमको करती है।
यह आपकी सुंदरता हमको, एक माहताब लगती है।।
हम जान से हैं कुर्बान तुम पर, आप दिलकश जो है।
करते हैं तारीफ हम आपकी, आप दिलकश जो है।।
हमको मोहब्बत है आपसे—————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)