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5 Apr 2024 · 1 min read

हिजरत – चार मिसरे

कर चुके हैं जो हिजरत बेबसी में ।
उन्हें घर -आँगन दिखा दो न ।।

हिज्र का पतझड़ देखा है आँखों नें ।
उन्हें वस्ल का सावन दिखा दो न ।।

©डॉ. वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ी की क़लम

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 27 Views
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