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22 Mar 2023 · 1 min read

जय माँ जगदंबे 🙏

पुष्प मधुर चुन भावमय, सजा रही दरबार।
मेरे घर भी अंबिके, आना अबकी बार।।

माता के दरबार में, कोई ऊँच न नीच ।
समरसता बरसे यहाँ, भर-भर नेह उलीच ।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 221 Views
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