मेरे दर्द का हिसाब/मंदीप
मेरे दिल का हिसाब…….मंदीप
मेरे दर्द का अब तू हिसाब लगा ले,
तड़पा हूँ बहुत अब तो गले से लगा ले।
तेरी जुदाई में गिरे है लाखो के मोती,
अब तो मोतियो का हिसाब लगा ले।
निकला हूँ हसरत लिए तुम्हारी,
एक बार अपना हाथ मेरी और बड़ा ले।
है कितना प्यार तुम से,
एक बार निगाहो से निगाहे मिला ले।
नादान है दिल मेरा जो मरता है तुम पर,
अब तो तू अपने दिल को समझा ले।
मिट जाये अब सभी फासले,
अब तो होठो से होठ मिला ले।
है “मंदीप”अदुरा तुम बिन,
अब तो मेरे प्यार को अपना ले।
मंदीपसाई