माँ वीणावादिनी
माँ स्वरदायिनी
बन मेरी रागिनी
मुझको तरानों से भर दे
गुनगुनाएं गीत मेरे सब
ऐसी मेरी कलम कर दे
माँ वीणावादिनी
बन मेरी रक्षिणी
मुझको अपना संबल दे
लड़खड़ाएं न शब्द कभी भी
ऐसी मेरी पकड़ कर दे
माँ श्वेताम्बरी
बन मेरी रोशिनी
मुझको उजालों का घर दे
जगमग जगमग दीप जलें माँ
ऐसा मेरा जीवन कर दे
माँ हंस वाहिनी
बन मेरी संगिनी
राह मेरी सरल कर दे
झटपट मंजिल तक पहुँचे
ऐसी मेरी डगर कर दे